बसपा सांसद धनंजय सिंह और उनकी पत्नी जागृति सिंह को मंगलवार को अपनी 35 वर्षीय नौकरानी की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों पर एक अन्य नाबालिग घरेलू सहायक की छड़ी एवं डंडों से ‘बेरहमी’ से पिटाई करने का भी आरोप है.
सांसद द्वारा सूचित किए जाने के बाद पुलिस ने सोमवार शाम यहां साउथ एवेन्यू स्थित उनके निवास से नौकरानी राखी का शव बरामद किया, जिसके पैर, सीने और बाहों पर चोट के कई निशान थे.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में कथित संलिप्तता के लिए धनंजय और जागृति दोनों को ही गिरफ्तार कर लिया गया है. जांचकर्ताओं ने कहा कि जागृति को मंगलवार को सुबह हिरासत में लेकर 12 घंटों तक उससे पूछताछ की गई.
पुलिस का दावा है कि सांसद की पत्नी द्वारा पिटाई किए जाने की वजह से सोमवार सुबह करीब 8.30 बजे नौकरानी की मौत हो गई थी, लेकिन बसपा सांसद ने रात 8.30 बजे पुलिस को इसकी सूचना दी. उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले में धनंजय की भूमिका जानने के लिए उससे भी पूछताछ कर रही है.
पिछले एक वर्ष से उसी घर में काम कर रहे एक अन्य नाबालिग सहायक ने पुलिस को बताया कि जागृति ने उसकी भी बुरी तरह से पिटाई की थी.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'इस नौकरानी को अवश्य ही बेहरमी से पीटा गया होगा, क्योंकि उसके शरीर पर कई नए एवं पुराने जख्मों के निशान हैं.' जांचकर्ताओं के मुताबिक, धनंजय ने पुलिस को बताया कि वह उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र जौनपुर गए हुए थे, जहां से शाम को दिल्ली लौटे और उसके बाद पुलिस को इस घटना की सूचना दी.
पुलिस ने बताया कि जागृति ने धनंजय को फोन करके नौकरानी की मृत्यु की सूचना दी. राखी इस सांसद के घर पर पिछले दस महीनों से काम कर रही थी. पुलिस सू़त्रों के मुताबिक, जागृति ने इस दौरान कथित तौर पर कई बार अपनी नौकरानी की पिटाई की.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'वह पिछले कई महीनों से अपनी नौकरानी को प्रताड़ित कर रही थी, लेकिन एक नवंबर के बाद से यह काफी बढ़ गया था.' बसपा सांसद की पत्नी जागृति के खिलाफ चाणक्यपुरी पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), के अलावा बाल न्याय अधिनियम के तहत मामल दर्ज किया गया.