दो मिनट की मैगी के लिए अब हर मिनट नई आफत पैदा हो रही है. दिल्ली सरकार की ओर कराई गई मैगी के 13 सैंपल की जांच में 10 सैंपल असुरक्षित पाए गए हैं. इनमें लेड की मात्रा तय मानक से ज्यादा पाई गई है. दिल्ली सरकार ने इस मुद्दे पर बुधवार को एक बैठक बुलाई है, जिसमें नेस्ले अधिकारियों को भी न्योता दिया गया है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में मैगी को बैन करने पर भी विचार हो सकता है. दिल्ली सरकार ने कहा है कि मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया के खिलाफ केस भी दर्ज किया जाएगा और जुर्माना भी लगाया जाएगा.
Case to be initiated for selling unsafe products, to be fined for mis-branding: Delhi Govt
— ANI (@ANI_news) June 2, 2015
फूड सैंपल जांच अधिकारियों में से एक ने कहा कि सैंपल की जांच के बाद डिटेल रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
कई राज्य सरकारें जांच में जुटीं
गौरतलब है कि मैगी नूडल्स के नमूनों में मोनोसोडियम ग्ल्यूटामेट (एमएसजी) और लेड (शीशे) की मात्रा तय सीमा से कहीं ज्यादा पाई गई है. सबसे पहले यह मामला उत्तर प्रदेश में सामने आया. दिल्ली की मैगी भी इस परीक्षा में फेल हुई और अब कई राज्य सरकारें नमूनों की जांच में जुट गई हैं.
हरियाणा सरकार ने भी अपने तमाम सीएमओ को आदेश दिया है कि वो अपने इलाके से सैंपल लेकर जांच करवाएं. खट्टर सरकार ने मैगी नूडल्स के नमूने लैब टेस्टिंग के लिए मंगलवार को आदेश दिया. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया, 'हमने मैगी नूडल्स में खाद्य सुरक्षा मानकों में कथित चूक की रिपोर्ट पर संज्ञान लिया है. मैंने अपने विभाग को राज्य के अलग-अलग स्थानों से इन नूडल्स के नमूने लैब टेस्टिंग के लिए लेने का आदेश दिया है.' विज ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक को सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को हर जिले से नमूने लेने के लिए अधिकारी तैनात करने का निर्देश देने को कहा है.
विज्ञापन करने वाले सितारे भी मुश्किल में फंसे
पश्विम बंगाल और कर्नाटक सरकार ने भी जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है. मैगी बनाने वालों के साथ टीवी के पर्दे पर बेचने वालों के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौरान बिहार के मुजफ्फरनगर कोर्ट ने मैगी का विज्ञापन करने के लिए अमिताभ बच्चन ,अभिनेत्री प्रीति जिंटा, अभिनेत्री माधुरी दीक्षित और प्रबंधक मोहन गुप्ता समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है.
केंद्र सरकार ने अब तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया है. केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद सरकार कार्रवाई का फैसला करेगी लेकिन विज्ञापन करने वाली हस्तियों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि प्रोडक्ट सही हो.
बांग्लादेश में मैगी को क्लीन चिट
हालांकि बांग्लादेश में मैगी को क्लीन चिट मिल गई है. बांग्लादेश के खाद्य प्राधिकरण ने नूडल्स के पांच ब्रांडों में कोई भी तत्व खतरे की सीमा से ज्यादा नहीं पाया है. इन पांच ब्रांडों में नेस्ले का मैगी भी शामिल है. बांग्लादेश मानक एवं परीक्षण संस्थान (बीएसटीआई) के प्रमाणन प्रकोष्ठ के निदेशक कमल प्रसाद दास ने मंगलवार को कहा, 'हमने मैगी सहित पांच कंपनियों के नूडल की जांच की है. हमने उनमें कोई भी तत्व खतरनाक स्तर पर नहीं पाया.'