दिल्ली में बीजेपी द्वारा बिजली की दरों में 30 प्रतिशत कटौती करके वस्तुत: अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करने के एक दिन बाद दिल्ली सरकार ने उन उपभोक्ताओं के लिए सब्सिडी की घोषणा की, जिनकी महीने भर की खपत 400 यूनिट से अधिक नहीं होती. इसका प्रभाव यह होगा कि कम खपत वाले उपभोक्ताओं के बिजली के बिल में कमी आएगी.
उपभोक्ताओं को सब्सिडी देने की मंजूरी मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अध्यक्षता वाली दिल्ली मंत्रिमंडल की बैठक में दी गई. शीला ने इस सब्सिडी की घोषणा गत 26 जुलाई को की थी, जब दिल्ली बिजली नियामक आयोग ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए पांच प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा की थी.
इस सब्सिडी के तहत एक घरेलू बिजली उपभोक्ता से पहले 200 यूनिट बिजली के लिए 2.70 रुपये प्रति यूनिट की दर वसूल की जाएगी जबकि दिल्ली बिजली नियामक आयोग ने 3.90 रुपये प्रति यूनिट की घोषणा की थी.
अधिकारियों ने कहा, ‘सरकार ने 200 यूनिट तक की खपत वाले उपभोक्ताओं को 1.20 रुपये की सब्सिडी देकर बढ़ोतरी को निष्प्रभावी कर दिया है.’ 201 से 200 यूनिट खपत के लिए बिजली की दर पांच रुपये प्रति यूनिट होगी, जबकि पहले यह दर साढ़े पांच रुपये थी. वहीं 401 से 800 यूनिट के लिए दर 6.80 रुपये प्रति यूनिट होगी, जबकि 800 से अधिक के लिए सात रुपये प्रति यूनिट होगी.