दिल्ली में हुए घोटालों पर कैग के खुलासे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है, लेकिन पिछले 3 साल से घोटाला जारी था और विपक्ष को भी हवा नहीं लगी. हालांकि इसका बचाव करते हुए बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने सफाई दी और कहा कि हमने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत की थी.
दिल्ली की सीएजी रिपोर्ट में राशन को लेकर बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है. रिपोर्ट सामने आते ही आम आदमी पार्टी सरकार सवालों से घिर गई है. सूत्रों की मानें तो कैग रिपोर्ट में अब तक 50 से ज्यादा ऐसे मामले सामने आए हैं जहां नियमों को ताक पर रखकर गड़बड़ी को अंजाम दिया गया. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है. वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मामले का ठीकरा एलजी के सिर फोड़ने की कोशिश की.
खुलासे के बाद राज्य में बीजेपी अब हमलावर हो गई है, सांसद मीनाक्षी ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन करते हुए केजरीवाल सरकार से इस घोटाले को लेकर इस्तीफा मांगा. कांग्रेस भी सरकार के खिलाफ उतर आई है और वह भी इस्तीफा मांग रही है.
मीनाक्षी ने कहा कि हमारे कुछ लोग जाकर एसीबी से मिले थे और फर्जी राशन बनाए जाने को लेकर शिकायत की थी, लेकिन स्पष्ट रूप से कहां, कैसी गड़बड़ी है यह पता नहीं लग सका. सरकार ने 3 साल से पब्लिक एकाउंट्स कमेटी की मीटिंग ही नहीं बुलाई इसलिए विपक्ष को पता ही नहीं चला कि क्या कुछ हो रहा था? ऐसी गाड़ियां इस्तेमाल की गईं जिस पर राशन लाया ही नहीं जा सकता.
मंजू के पास 109 कार्ड
उन्होंने शिकायती लहजे में कहा कि राज्य में 15 राशन कार्ड वाले लोगों की संख्या ढाई सौ से अधिक है. मंजू नाम की एक महिला है जिनके पास 109 राशन कार्ड हैं. वहीं अली बिहार की रहने वाली लक्ष्मी नाम की महिला के पास 68 राशन कार्ड है. 131 लोग ऐसे हैं जिनके पास कुल 1,515 राशन कार्ड है.
मीनाक्षी ने बताया कि डोर स्टेप डिलीवरी होने पर ना केवल साइकल से राशन कार्ड दिया जाएगा बल्कि खुद ही खेल खेला जाएगा और ज्यादा घोटाला होगा जिसमें प्राइवेट लोग शामिल होंगे और अपने कार्यकर्ताओं के नाम पर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर कर देंगे.
उन्होंने केजरीवाल सरकार पर राशन कार्ड घोटाले करने का आरोप लगाते हुए चुटकी ली और कुछ इस अंदाज में उन पर व्यंग्य कसा
खा गए राशन पी गए तेल
दिल्ली का बिगाड़ा खेल
ना जनता का पूछा हाल
खा गए राशन केजरीवाल.
वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने भी केजरीवाल सरकार पर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 4 लाख फर्जी राशन कार्ड से 150 करोड़ रुपये प्रति माह का राशन एडजस्ट करने की कोशिश हुई है. साथ ही बताया कि फरवरी में 4 लाख फर्जी कार्ड पकड़े गए हैं.
राशन की गड़बड़ी पर कैग रिपोर्ट में कुछ बड़ी धांधली
1. आम तौर पर राशन कार्ड घर की महिला सदस्यों के नाम पर बनाया जाता है, लेकिन 13 मामलों में घर की सबसे बड़ी सदस्य की उम्र 18 साल से नीचे की पाई गई. 12,852 मामलों में तो घरों में एक भी महिला सदस्य नहीं पाई गई.
2. राशन का सामान ढोने वाले 207 गाड़ियों में 42 गाड़ियां ऐसी थीं, जिनका रजिस्ट्रेशन परिवहन विभाग के पास था ही नहीं.
3. आठ गाड़ियां ऐसी थीं जिन्होंने 1500 क्विंटल से ज्यादा राशन ढुलाई की, लेकिन उनके रजिस्ट्रेशन नंबर बस, टू व्हीलर या थ्री व्हीलर के पाए गए.
4. सभी राशन कार्ड धारकों को एसएमएस पर अलर्ट आने थे, लेकिन 2,453 मामलों में नंबर राशन दुकानदारों के ही निकले.
5. राशन से जुड़ी समस्याओं को लेकर जो कॉल सेंटर बनाया गया, उनमें से 2013 से 2017 के बीच आए तकरीबन 16 लाख कॉल में सिर्फ 42 फीसदी कॉल का जवाब दिया गया.