नोटबंदी के ऐलान के बाद से सरोजनी नगर, लाजपत नगर जैसे शॉपिंग हब्स पर सन्नाटा पसर गया था. न किसी के पास कैश था और न ही टाइम क्योंकि सारा टाइम तो एटीएम की लाइन में बीत जाता था और करेंसी भी लिमिटेड ही थी.
लेकिन अब धीरे-धीरे इन बाजारों में रौनक लौट रही है. बाजारों में स्ट्रीट वेंडर्स ने भी कार्ड और मोबाइल मनी की व्यवस्था करके लोगो के लिए शॉपिंग आसान कर दी है.
बाजारों में लगभग हर दूसरे वेंडर ने अपनी शॉप पर कैशलेस पेमेंट की व्यवस्था कर रखी है. हालांकि हालात पहले से बहुत बेहतर और धीरे- धीरे धंधा पटरी पर लौट रहा है. लोगों को कहीं परेशानी भी है और कहीं लोग खुश भी हैं. दुकानदारों का भी यही हाल है.
अब ऐसे में यहां ज्यादातर शॉपिंग कैश और छोटे नोटों से होती है. लेकिन जब से नोटबंदी का फैसला आया है. लोगों को सिर्फ जरूरतों के सामान तक ही सोचना पड़ रहा है. रही बात शॉपिंग की तो लोग वही शॉपिंग कर रहे हैं जहां कैशलेस पेमेंट की सुविधा हो.
कैशलेस शॉपिंग और ट्रांजेक्शन की तरफ तेजी से बढ़ना ही नोटबंदी का सबसे बड़ा फायदा नजर आ रहा है. ऐसे में छोटे-छोटे दुकानदारों का इस सिस्टम को समझना और अपनाना कैशलेस इकॉनमी की दिशा में सकारात्मक कदम साबित हो सकता है.