सीबीआई ने कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले से जुड़े मामले में नई FIR दर्ज की है. इसमें नागपुर की कंपनी जायसवाल नेको इंडस्ट्रीज और कुछ अज्ञात सरकारी अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस तरह इस घोटाला मामले में सीबीआई अब तक 20 FIR दर्ज कर चुकी है.
भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) के अनुमानों के अनुसार इस घोटाले में सरकारी खजाने को कथित रूप से 1.86 लाख करोड़ रपए का नुकसान हुआ है. एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि नई FIR में संबंधित कंपनी के खिलाफ कथित तौर पर आपराधिक षडयंत्र रचने, आपराधिक विश्वासघात और भ्रष्टाचार निरोध कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसमें आरोप है कि महाराष्ट्र के रायगढ़ के गेयर पाल्मा-4 कोयला प्रखंड से स्वीकृत सीमा से अधिक खनन किया गया और संबंधित निजी उपयोग के लिए स्थापित बिजली घर में इस कोयले का उपयोग अनियमित तरीके से किया गया.
सीबीआई से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी की टीमों ने कंपनी के नागपुर कार्यालय, रायपुर में दो और रायगढ़ में एक ठिकाने की तलाशी भी ली है. दूसरी ओर, कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि वे तलाशी पूरी होने के बाद ही मामले में कोई टिप्पणी करेंगे.