दिल्ली आबकारी नीति घोटाले मामले में सीबीआई ने 7 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. CBI ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में ये चार्जशीट दाखिल की है. इसमें आप के कम्युनिकेशन इंचार्ज विजय नायर के साथ अभिषेक बोइनपल्ली, समीर महेंद्रू, अरुण पिल्लई, मुत्थु गौतम और दो लोक सेवकों को आरोपी बनाया गया है.
यह पूरा केस फर्जी
आबकारी नीति मामले में दाखिल की गई सीबीआई की चार्जशीट में मनीष सिसोदिया का नाम नहीं होने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चार्जशीट में मनीष का नाम नहीं है.
उन्होंने कहा कि यह पूरी केस फर्जी है. रेड में कुछ नहीं मिला है. 800 अफसरों को चार महीने जांच में कुछ भी नहीं मिला. मनीष ने शिक्षा क्रांति से देश के करोड़ों गरीब बच्चों को अच्छे भविष्य़ की उम्मीद दी है. केजरीवाल ने कहा कि मुझे दुख है कि ऐसे शख्स को झूठे केस में फंसाकर बदनाम करने की साजिश रची गई.
बता दें कि 10 दिन पहले 14 नवंबर को राउज एवेन्यू कोर्ट ने विजय नायर और अभिषेक बोइनपल्ली की जमानत अर्जी स्वीकार कर ली थी. दोनों को व्यक्तिगत बॉन्ड और प्रत्येक को 2 लाख की जमानत राशि पर राहत मिली थी. हालांकि, ईडी को पूछताछ के लिए कस्टडी दिए जाने से रिहा नहीं हो सके थे. दोनों आरोपी फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं इसलिए जमानत मुचलका दाखिल नहीं कर पाए हैं.
विजय नायर व अभिषेक बोइनपल्ली को निचली अदालत से मिली जमानत को सीबीआई ने हाईकोर्ट में चुनौती दी तो गुरुवार को कोर्ट ने दोनों की जमानत रद्द करने से इंकार कर दिया. दिल्ली हाईकोर्ट ने CBI की याचिका पर दोनों आरोपियों को नोटिस जारी किया. इस मामले में अगली सुनवाई 1 दिसंबर को होगी. इस बीच सीबीआई ने विजय नायर और अभिषेक बोइनपल्ली सहित 7 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है.
घोटाले में मुख्य आरोपी कौन?
दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में सीबीआई ने अगस्त में FIR दर्ज की थी. इस मामले में मनीष सिसोदिया, तीन पूर्व सरकारी अफसर, 9 कारोबारी और दो कंपनियों को आरोपी बनाया गया है. सीबीआई ने आरोपियों पर आपराधिक साजिश रचने और भ्रष्टाचार से जुड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. इनमें तीन पूर्व सरकारी अफसर एजी कृष्णा (पूर्व एक्साइज कमिश्नर), आनंद तिवारी (पूर्व डिप्टी एक्साइज कमिश्नर) और पंकज भटनागर (पूर्व असिस्टेंट एक्साइज कमिश्नर) शामिल हैं. इसके अलावा अमित अरोड़ा (बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर), दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे को भी आरोपी बनाया गया है. इन तीनों को सिसोदिया का करीबी माना जाता है. आरोप है कि तीनों ने आरोपी सरकारी अफसरों की मदद से शराब कारोबारियों से पैसा इकट्ठा किया और उसे दूसरी जगह डायवर्ट किया.