केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बोर्ड की विभिन्न गतिविधियों को समर्पित एक ‘यूट्यूब चैनल’ शुरू किया और संबद्ध स्कूलों से इस पर अपलोड करने के लिए वीडियो मांगा है.
बोर्ड की निदेशक (अकादमिक एवं नवोन्मेष) साधना पाराशर ने कहा कि कुछ ही समय पहले शुरू किये गए बोर्ड के यूट्यूब चैनल के अब 700 से अधिक उपभोक्ता हो गए हैं और इस पर 200 से अधिक वीडियो अपलोड किये जा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि बोर्ड ने चैनल को और व्यापक बनाने के लिए संबद्ध स्कूलों से इस पर अपलोड करने के लिए वीडियो मांगे हैं. सीबीएसई के यूट्यूब चैनल के लिए स्कूल लघु फिल्म, नाटक, परिचर्चा, वाद विवाद प्रतियोगिता एवं ऐसी ही अन्य गतिविधि से संबंधित वीडियो भेज सकते हैं.
बोर्ड ने वीडियो के लिए कुछ विषय भी तय किये हैं, जिनमें स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य सुधार, लैंगिक संवेदनशीलता, जीवन से जुड़ा कौशल, नैतिक शिक्षा, धरोहर, आपदा प्रबंधन, सामाजिक मुद्दे, पर्यावरण मुद्दे एवं चिंता, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, नवोन्मेषी शिक्षा के तौर तरीके आदि शामिल हैं.
वीडियो के साथ इसका संक्षिप्त ब्यौरा भी देना होगा जो 45 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए. सीबीएसई के यूट्यूब चैनल पर जारी किये जाने वाले वीडियो ‘एमओबी’, एमपीईजी 4, एवीआई और डब्ल्यूएमवी प्रारूप में होना चाहिए. वीडियो की लम्बाई 10 मिनट ने अधिक नहीं होनी चाहिए अन्यथा तकनीकी कारणों से यह अपलोड नहीं किया जा सकेगा.
वीडियो का ठीक ढंग से संपादन किया जाना चाहिए तथा इसके साथ शीषर्क एवं स्कूल का नाम दर्ज होना चाहिए. बोर्ड के पास इसका उपयोग करने, नये सिरे से पेश करने के साथ इसके वितरण, प्रदर्शन, प्रकाशन और आनलाइन जारी करने का अधिकार होगा. किसी अन्य की कॉपीराइट सामग्री को नहीं भेजा जाना चाहिए.
वीडियो की सामग्री आपत्तिजनक नहीं होनी चाहिए और ऐसी कोई भी बात नहीं होनी चाहिए जो लोगों की भावनाओं को आहत करता हो. वीडियो स्पष्ट होना चाहिए.