दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के पॉश इलाके काका नगर से शुक्रवार शाम एक दंपति का शव संदिग्ध अवस्था में उनके फ्लैट से बरामद हुआ. खाद्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी का शव खून से सना बिस्तर पर पड़ा था. उनके गले पर चोट के निशान हैं. जबकि पत्नी का शव दूसरे कमरे के रोशनदार से चुन्नी के सहारे लटका मिला.
1983 बैच के इंडियन अकाउंट्स सर्विसेज अधिकारी के. विजय कुमार अपनी पत्नी सीता के साथ करीब चार साल से काका नगर में रहे थे. उनकी पत्नी एक निजी बैंक में कार्यरत थीं.
शुक्रवार शाम उनकी बेटी वरण्या राजस्थान से घर लौटी. काफी देर फ्लैट का दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला, तो उसने पिता के सहकर्मियों को घटना की जानकारी दी.
विजय कुमार का गला धारदार हथियार से कटा हुआ था. लिहाजा पुलिस ने कत्ल की धाराओं में मामला दर्ज किया है. मामले की जानकारी पुलिस को तब मिली जब के विजय कुमार की 22 साल की बेटी ने घर पहुंचने पर वहां से पुलिस को फोन किया.
शुरुआती जांच में पुलिस ने साफ किया है कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था और किसी भी बाहरी शख्स के अंदर दाखिल होने के सबूत नहीं हैं. इस वजह से मामला होमीसाइड-सुसाइड का नजर आ रहा है.
दिल्ली के प्रतिष्ठित इलाके में दो वरिष्ठ सरकारी लोगों की मौत कई सवाल के जवाब मांग रही है. विजय कुमार का गला किसने काटा? आत्महत्या जैसे हालात क्यों और कैसे पैदा हुए? क्या ये माना जाय कि पहले पत्नी ने पति की ह्त्या की और फिर खुदकशी कर ली? या फिर क्या पहले पत्नी ने खुदकुशी की और फिर घबराकर पति ने अपना गला काट लिया.