देश की राजधानी में सीलिंग का खतरा व्यापारियों के लिए मुसीबत बन गया है. राजनीतिक दल के साथ-साथ व्यापारियों ने सीलिंग के खिलाफ मुहिम छेड़ते हुए सड़क से लेकर संसद तक हल्ला बोल की तैयारी कर ली है. इस बीच चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई), दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में 'व्यापार संसद' का आयोजन करने जा रही है.
सीटीआई के मुताबिक दिल्ली में दुकान और व्यापारिक संस्थानों को सील किए जाने का सिलसिला जारी है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा डीडीए के मास्टर प्लान में संशोधन करने की बात पर फटकार लगाए जाने के बाद से सीलिंग का सिलसिला तेजी से बढ़ गया है.
सीटीआई संयोजक बृजेश गोयल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के हाल में लिए फैसले के बाद से दिल्ली के समस्त व्यापारियों के बीच चिंता व तनाव बढ़ गया है. सीटीआई ने पूरी दिल्ली से 500 से अधिक ट्रेड एसोसिएशनों और व्यापारिक संगठनों को न्यौता भेजा है. इस व्यापार संसद में दिल्ली बंद और आगे आंदोलन की रणनीति पर चर्चा होगी.
बृजेश गोयल ने बताया कि सीलिंग को लेकर पिछले लगभग 3 महीनों से दिल्ली के समस्त व्यापारी तमाम तरह से विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं और करते आ रहे हैं. कई बार 'दिल्ली बंद' भी की गई और प्रदर्शन भी हुआ, लेकिन व्यापारियों को राहत नहीं मिली है. यही कारण है कि अब सभी व्यापारियों को एक होने की सख्त जरूरत है.