उत्तर भारत में हवाओं का रुख बदल गया है. मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं ने तेजी पकड़ ली है. हवाओं में आई गति के चलते दिल्ली-एनसीआर के तमाम इलाकों में छाया कोहरा और कुहासा पहले के मुकाबले काफी कम हो गया है.
मौसम विभाग का कहना है कि 12 नवंबर से उत्तर पश्चिम भारत में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दस्तक देने जा रहा है. इसके प्रभाव से हिमालय की ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना बनी है, लेकिन सबसे खास बात यह है कि इसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम मैदानी इलाकों में मौसम बदलने जा रहा है.
विभाग का पूर्वानुमान है कि 12 नवंबर की रात से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की दस्तक के साथ ही जम्मू कश्मीर के ऊंचाई वाले कुछ इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो जाएगा, लेकिन यह वेदर सिस्टम अपना मुख्य असर 14 नवंबर से दिखाना शुरू करेगा.
इसकी वजह से जम्मू कश्मीर के पूरे इलाकों में उत्तराखंड और हिमाचल के ज्यादातर इलाकों में 14 और 15 तारीख को बारिश होगी. इस वजह से पहाड़ी इलाकों में दिन के तापमान गिर जाएंगे, जब यह सिस्टम आगे निकल जाएगा तो न्यूनतम तापमान में भी जोरदार गिरावट दर्ज की जाएगी.
मैदानी इलाकों की बात करें तो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के साथ-साथ राजस्थान के उत्तरी इलाके में कई जगहों पर 14 और 15 नवंबर को रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रहेगी. मौसम विभाग के DDGM डॉ. देवेंद्र प्रधान के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में कई जगहों पर हल्की बारिश की पूरी संभावना है.
बदले हुए मौसम के चलते यहां पर कोहरा और कुहासा पूरी तरीके से गायब हो जाएगा, जब यह वेदर सिस्टम आगे निकल जाएगा तो 16 नवंबर से दिल्ली और आसपास के इलाकों में तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो जाएगा और इसी के साथ उत्तर भारत में सर्दी दस्तक दे देगी.