राजधानी दिल्ली में पांच साल की 'गुड़िया' से बलात्कार की घटना को लेकर आहत और व्यथित राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में लगातार समाज के असफल रहने के कारणों की पहचान करने के लिए तत्काल आत्मविश्लेषण का आह्वान किया.
मुखर्जी ने गुनहगारों को जल्द न्याय के कठघरे में लाने के लिए तत्काल कदम उठाने का भी आह्वान किया. राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता वेणु राजामणि ने राष्ट्रपति के हवाले से कहा, ‘मैं दिल्ली में पांच वर्ष की बच्ची के यौन उत्पीड़न और बलात्कार की हाल की घटना से बहुत ही आहत और व्यथित हूं. मैं उसके जल्द ठीक होने के लिए प्रार्थना करने में उसके परिवार के साथ हूं तथा मैं संबंधित अधिकारियों का आह्वान करता हूं कि वे उसकी सर्वश्रेष्ठ चिकित्सकीय देखभाल सुनिश्चित करें.’
राष्ट्रपति ने गुनहगारों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील करते हुए कहा, ‘एक समाज के रूप में हमें मूल्यों के क्षरण और महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा सुनिश्चित करने में लगातार असफलता को लेकर आत्मविश्लेषण करना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘हमें कारणों की पहचान करनी चाहिए और उसका हल निकाला चाहिए.’ उन्होंने लोगों से कहा कि नैतिक चरित्र और समाज पर धब्बा लगाने वाले ऐसे पथभ्रष्ट कृत्यों पर रोक सुनिश्चित करने के लिए पूरी ऊर्जा के साथ प्रयास करने का संकल्प लें.