नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ जामिया के छात्रों ने मंडी हाउस से संसद मार्ग तक मार्च निकाला. हालांकि बताया गया था कि पुलिस ने मंडी हाउस इलाके में धारा 144 लागू कर दी है, लेकिन आंदोलनकारियों ने मार्च निकाला.
वहीं, विरोध प्रदर्शन की स्थिति को देखते हुए दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और बड़े पैमाने पर पुलिस बलों को तैनात किया गया. प्रदर्शनकारी मंडी हाउस से संसद मार्ग पहुंचे. प्रदर्शनकारियों के हाथ में संविधान की प्रति और बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर है. इन प्रदर्शनकारियों में दिल्ली यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र भी शामिल रहे.
Delhi: Protesters gather at Mandi House to protest against #CitizenshipAmendmentAct. Section 144 has been imposed in the area. pic.twitter.com/ZDVZtIxwiJ
— ANI (@ANI) December 24, 2019
बहरहाल, पुलिस बता रही है कि मंडी हाउस इलाके में धारा 144 लागू की गई है जबकि आंदोलनकारियों का कहना था पुलिस को उन्होंने इसके बारे में सूचना दी थी और मार्च निकालने की अनुमति मिल गई है.
इस बीच, एनआरसी और सीएए का विरोध करने वालों ने 24 दिसंबर को राष्ट्रीय विरोध दिवस मनाने की अपील की. सीएए के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन का आयोजन हो रहा है.
नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन
डॉक्टरों का प्रदर्शन
दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में कार्यरत सैकड़ों डॉक्टर प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सोमवार को जामिया मिलिया इस्लामिया पहुंचे थे. नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे छात्रों के जुलूस में शामिल हुए. जुलूस में डॉक्टरों के साथ फिजियोथेरेपी में स्नातक का कोर्स कर रहे छात्र भी शामिल हुए.
सोमवार दोपहर करीब तीन बजे हमदर्द विश्वविद्यालय में फिजियोथेरेपी के छात्र और कई अस्पतालों के डॉक्टर जामिया पहुंचे. यहां इन्होंने जामिया विश्वविद्यालय के मेन गेट से लेकर गेट नंबर 7 तक जुलूस निकाला. इस दौरान डॉक्टरों और छात्र-छात्राओं ने 'सीएए रोलबैक' के नारे लगाए.
जुलूस निकालने के बाद ये प्रदर्शनकारी गेट नंबर 7 के बाहर जामिया विश्वविद्यालय के प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में धरने पर बैठ गए. ये हाथों में सीएए और एनआरसी विरोधी नारे लिखी तख्तियां थामे हुए थे. चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े इन प्रदर्शनकारियों ने छात्रों के साथ मिलकर नारेबाजी की.