शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने 156 दिनों बाद सीएम केजरीवाल को बेल दे दी. केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर आ चुके हैं.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से रिहा हो गए हैं. जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लाखों लोगों ने मेरे लिए दुआ की थी, उन लोगों की दुआओं की वजह से आज बाहर आया हूं. जेल की सलाखें केजरीवाल के हौसले के कमजोर नहीं कर सकतीं.
AAP कार्यकर्ताओं को किया संबोधित
केजरीवाल ने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जैसे ऊपरवाले ने अभी तक मुझे ताकत दी, ऐसे ही भगवान मुझे रास्ता दिखाता रहे, मैं देश की सेवा करता रहूं और जितनी राष्ट्रविरोधी ताकतें हैं, जो देश को बांटने और कमजोर करने का काम कर रही हैं, मैं जिंदगी भर उनके खिलाफ लड़ता रहूं.
केजरीवाल की जमानत पर फैसला जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने सुनाया. बता दें कि दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही फैसला सुरक्षित रख लिया था. तब बहस के दौरान सीबीआई और केजरीवाल ने अपनी-अपनी दलीलें रखीं थीं.
156 दिन जेल में रहे केजरीवाल
केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार गिरफ्तार किया. 10 दिन की पूछताछ के बाद 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा गया. 10 मई को 21 दिन के लिए आम चुनाव में प्रचार के लिए रिहा किया गया. ये रिहाई 51 दिन जेल में रहने के बाद मिली थी. सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल की एक जून तक की रिहाई मंजूर की थी. 2 जून को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था. आज यानी 13 सितंबर को केजरीवाल की रिहाई होती है तो कुल जेल गए 177 दिन हो जाएंगे. अगर 21 दिन की रिहाई को कम कर दिया जाए तो केजरीवाल कुल 156 दिन जेल में रहे.
केजरीवाल ने कहा कि जेल की सलाखें केजरीवाल के हौसले के कमजोर नहीं कर सकतीं. उन्होंने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जैसे ऊपरवाले ने अभी तक मुझे ताकत दी, ऐसे ही भगवान मुझे रास्ता दिखाता रहे, मैं देश की सेवा करता रहूं और जितनी राष्ट्रविरोधी ताकतें हैं, जो देश को बांटने और कमजोर करने का काम कर रही हैं, मैं जिंदगी भर उनके खिलाफ लड़ता रहूं.
जेल से बाहर आकर केजरीवाल ने AAP कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा, 'सबसे पहले मैं भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिनकी वजह से मैं बाहर आया हूं. उन सभी का शुक्रिया जिन्होंने मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा में प्रार्थना की. मेरे खून का एक-एक कतरा देश के लिए समर्पित है.' उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'उनकी जेल मेरा हौसला नहीं तोड़ पाई.'
अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर आ चुके हैं. वह 156 दिन बाद जेल से रिहा हुए हैं. शुक्रवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने उनकी रिहाई का आदेश जारी किया था. तिहाड़ के बाहर भारी संख्या में AAP नेता और कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं.
केजरीवाल किसी भी वक्त जेल से बाहर आ सकते हैं. तिहाड़ के बाहर भारी बारिश के बीच AAP नेता जश्न मना रहे हैं और उनके स्वागत के लिए तैयार हैं. वीडियो में मनीष सिसोदिया, भगवंत मान, संजय सिंह और आतिशी बारिश में भीगते हुए नजर आ रहे हैं.
AAP कार्यकर्ता और केजरीवाल समर्थक 'सिंघम रिटर्न' पोस्टर के साथ चांदगी राम अखाड़े की ओर मार्च कर रहे हैं. जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल चांदगी राम अखाड़ा पहुंचेंगे. फिर वहां से रोड शो के जरिये अपने घर आएंगे. केजरीवाल के घर के बाहर मौजूद समर्थक स्पीकर व्हीकल के साथ चांदगी राम अखाड़ा रवाना हो रहे हैं.
जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल चांदगी राम अखाड़ा पहुंचेंगे. फिर वहां से रोड शो के जरिये अपने घर आएंगे. केजरीवाल के घर के बाहर मौजूद समर्थक स्पीकर व्हीकल के साथ चांदगी राम अखाड़ा रवाना हो रहे हैं.
तिहाड़ के सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने गेट नंबर 3 से केजरीवाल को बाहर निकालने का अनुरोध किया है. अब तक माना जा रहा है कि केजरीवाल तिहाड़ के गेट नंबर 4 से बाहर आ सकते हैं.
केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल तिहाड़ के बाहर पहुंच चुकी हैं. कुछ ही देर में दिल्ली के CM जेल से बाहर आ सकते हैं. जेल के बाहर बड़ी संख्या में AAP कार्यकर्ता जश्न की तैयारी कर रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल की रिहाई का आदेश जारी हो गया है. केजरीवाल की रिहाई का आदेश कोर्ट से तिहाड़ पहुंच चुका है. कुछ ही देर में केजरीवाल तिहाड़ के गेट नंबर 4 से बाहर आ सकते हैं.
अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी तिहाड़ के लिए रवाना हो चुकी हैं. दिल्ली पुलिस के अधिकारी तिहाड़ जेल के गेट नंबर-4 पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं. शाम करीब 5 बजे अरविंद केजरीवाल के इसी गेट से बाहर निकलने की उम्मीद है. उनका स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में AAP कार्यकर्ता तिहाड़ पहुंच रहे हैं.
दिल्ली पुलिस के अधिकारी तिहाड़ जेल के गेट नंबर-4 पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं. शाम करीब 5 बजे अरविंद केजरीवाल के इसी गेट से बाहर निकलने की उम्मीद है. उनका स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में AAP कार्यकर्ता तिहाड़ पहुंच रहे हैं.
बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, 'आज आम आदमी पार्टी जश्न मना रही है. अगर आप सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर देखेंगे तो आप ये पाओगे कि अरविंद केजरीवाल ने जो अर्जी लगाई थी, तीन-चार बार ने ये पाया कि अरेस्ट लीगल है. अरविंद केजरीवाल सिर से लेकर पांव तक घोटाले में डूबे हुए हैं. केजरीवाल सत्ता के मोह में मदमस्त हैं. वह एक बेपरवाह सरकार के एक लापरवाह मुख्यमंत्री हैं. AAP प्रचार-प्रसार और भ्रष्टाचार करती है.'
केजरीवाल की रिहाई का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में AAP कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर पर इकट्ठा हुए हैं. केजरीवाल कुछ ही देर में जेल से बाहर आएंगे. कार्यकर्ता उनका स्वागत करने के लिए पार्टी दफ्तर से तिहाड़ जा रहे हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली स्थित आम आदमी पार्टी के दफ्तर पहुंच गए हैं. बता दें कि अरविंद केजरीवाल को सीबीआई केस में सुप्रीम कोर्ट से आज जमानत मिल गई है. अनुमान है कि आज ही वो करीब 5 बजे जेल से बाहर आ सकते हैं.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की जमानत पर मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा,'सीएम शाम करीब 5-6 बजे आएंगे. सभी पार्टी कार्यकर्ता उनके आवास पर आने वाले हैं. कुछ पार्टी कार्यकर्ता उनका स्वागत करने के लिए तिहाड़ जेल पहुंचे हैं. भाजपा की घबराहट अब दिखने लगी है. उन्हें डर था कि अरविंद केजरीवाल बाहर आ जाएंगे.'
बताया जा रहा है कि तिहाड़ जेल में कल तक केजरीवाल का वजन 62.5 किलोग्राम था. आज फिर मेडिकल होगा. उनका शुगर लेवल नॉर्मल है. बीते 15 दिन में तिहाड़ जेल में जो बड़े नाम केजरीवाल से मिले थे, उनमें राघव चड्ढा और सुनीता केजरीवाल शामिल हैं.
अपना फैसला पढ़ते हुए न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा,'हमने 3 सवाल तय किए हैं. क्या गिरफ्तारी में कोई अवैधता थी, क्या अपीलकर्ता को नियमित जमानत दी जानी चाहिए, क्या आरोप पत्र दाखिल करना परिस्थितियों में इतना बदलाव है कि उसे ट्रायल कोर्ट में भेजा जा सके. इसके बाद उन्होंने पहले फैसले में केजरीवाल के झटका देते हुए कहा,'हम अपीलकर्ता की दलीलों से सहमत नहीं हैं कि सीबीआई धारा 41 का पालन करने में विफल रही. यानी उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी को वैध बताया.' वहीं, जस्टिस भुइंया ने फैसला सुनाते हुए सीबीआई की गिरफ्तारी को अवैध बताया. उन्होंने कहा,'एक ही अपराध के तहत CBI की आगे की हिरासत असहनीय हो गई है. जमानत नियम है और जेल अपवाद है. अदालतों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पूर्व-परीक्षण प्रक्रिया सजा न बन जाए. सीबीआई की गिरफ्तारी अनुचित है, इसलिए अपीलकर्ता को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए.'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सर्वोच्च अदालत ने शराब घोटाले से जुड़े मामले में दिल्ली के सीएम को जमानत दे दी है. सीएम केजरीवाल के साथ-साथ यह आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए भी बड़ी खुशखबरी है. हरियाणा चुनाव से पहले केजरीवाल के जेल से बाहर आने का पार्टी को बड़ा सियासी फायदा मिल सकता है.
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शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलेगी या अभी उन्हें जेल में ही रहना पड़ेगा. इसका फैसला थोड़ी ही देर में हो जाएगा. कुछ देर में सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अपना फैसला सुनाने जा रहा है. जमानत पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला इसलिए भी अहम है, क्योंकि बेल मिलते ही केजरीवाल हरियाणा चुनाव में पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए जुट सकते हैं.
बता दें कि दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को 9 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली थी. कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया को एससी से जमानत मिल गई थी. मनीष सिसोदिया 17 महीने से तिहाड़ जेल में बंद थे. कथित शराब घोटाले में ट्रायल शुरू होने में हुई देरी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और ईडी दोनों मामलों में जमानत दे दी थी.
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दरअसल, केजरीवाल को पहले ईडी ने अरेस्ट किया था, लेकिन उस मामले में जमानत मिलने के बाद सीबीआई ने उन्हें जेल से ही गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले पर जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जवल भुइयां की पीठ ने सुनवाई की थी. इस दौरान केजरीवाल की तरफ से सीनियर अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पैरवी की थी, जबकि सीबीआई की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू मौजूद थे.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले आज से ही चुनाव प्रचार का असली दौर शुरू होगा, क्योंकि कल यानी 12 सितंबर तक नामांकन की प्रक्रिया चल रही थी. ऐसे में अरविंद केजरीवाल का बेल पर छूट कर बाहर आना टाइमिंग के हिसाब से परफेक्ट हो सकता है. इसके अलावा दिल्ली में भी राष्ट्रपति शासन की सुगबुगाहट चल रही है. बड़ी दलील ये है कि मुख्यमंत्री के जेल में बंद होने के कारण देश की राजधानी में कामकाज ठप पड़ा है. राष्ट्रपति ने दिल्ली के बीजेपी विधायकों की राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग को केंद्रीय गृह सचिव के पास विचार के लिए भेजा है. लेकिन केजरीवाल के बाहर आने के बाद बीजेपी के इस मुहिम की हवा निकल सकती है.