दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिहार के लोगों पर दिए गए बयान पर सफाई दी है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में इलाज कराने या शिक्षा के लिए मना नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, दिल्ली में दूर-दूर से लोग इलाज कराने आते हैं. हमारी पार्टी नई राजनीति कर रही है. अगर हम सेवा कर पाएं तो खुशी होती है. हमारी इच्छा है कि देशभर में दिल्ली की तरह शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव हो.
दरअसल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि बिहार का एक आदमी 500 रुपये के टिकट से ट्रेन में बैठकर दिल्ली आता है और 5 लाख का इलाज फ्री में करवा कर चला जाता है. इससे खुशी होती है कि अपने देश के लोग हैं, सबका इलाज होना चाहिए लेकिन दिल्ली की अपनी क्षमता है. पूरे देश के लोगों का कैसे इलाज करेगी, इसलिए जरूरत है कि सारे देश में स्वास्थ्य सुविधाएं सुधरे.
Delhi CM: We have never denied medial treatment or education to anyone. We're happy, if we can help needy people, give them treatment, & educate children, be it any citizen of country. We want educational & medical facilities like Delhi to be provided in rest of country as well. pic.twitter.com/iO7nHgAfOk
— ANI (@ANI) October 1, 2019
दिल्ली बनाम बाहरी की बहस के बीच अरविंद केजरीवाल ने बिहार से इलाज कराने आने वालों को लेकर टिप्पणी की तो बीजेपी के नेताओं ने भी मोर्चा खोल दिया. विजय गोयल ने सवालिया अंदाज में कहा कि क्या बांग्लादेशी और रोहिंग्या ही दिल्ली में रह सकते हैं और अपना इलाज करा सकते हैं. बिहार, उत्तर प्रदेश हो या फिर पूर्वांचली लोग केजरीवालजी के लिए बाहरी हैं?
विजय गोयल यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि केजरीवाल खुद गाजियाबाद से हैं और दिल्ली आए हैं. वह अपना इलाज कराने बेंगलुरु क्यों जाते हैं. विजय गोयल ने कहा कि केजरीवाल को NRC को लेकर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी नजर में बाहरी कौन है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल के लिए अपने ही लोग बाहरी हैं, जबकि बांग्लादेशी और रोहिंग्या अपने.
इससे पहले बीजेपी ने एक बार फिर मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हल्ला बोला. पिछले हफ्ते भी बीजेपी ने केजरीवाल के आवास पर प्रदर्शन किया था. मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी का पिछले 6 दिनों में यह दूसरा प्रदर्शन है.
बीजेपी ने मंगलवार को पूर्वांचल वाले बयान पर केजरीवाल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पहले शहीदी पार्क से सचिवालय तक मार्च निकालना था लेकिन दिल्ली पुलिस ने आईटीओ के पास ही बीजेपी कार्यकर्ताओं को रोक दिया. प्रदर्शन में बीजेपी नेता विजय गोयल, विजेंद्र गुप्ता और दिल्ली बीजेपी महासचिव कुलजीत सिंह चहल शामिल हुए.