scorecardresearch
 

सीएम केजरीवाल बोले- बिहार से आकर लोग दिल्ली में करा रहे 5 लाख का फ्री इलाज

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बताते हुए कहा है कि अब देश के अलग-अलग राज्यों से लोग इलाज कराने दिल्ली पहुंच रहे हैं.

Advertisement
X
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बताया (फाइल फोटो- Aajtak)
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बताया (फाइल फोटो- Aajtak)

Advertisement

  • सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं को बताया बेहतर
  • कहा- अलग-अलग राज्यों से लोग इलाज के लिए पहुंच रहे दिल्ली

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बताया है. उन्होंने रविवार को कहा कि अब देश के अलग-अलग राज्यों से लोग इलाज कराने दिल्ली पहुंच रहे हैं. मंगोलपुरी विधानसभा पहुंचे अरविंद केजरीवाल ने एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान बिहार का जिक्र किया और आंकड़ें भी गिनाए. उन्होंने बताया कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पिछले 4 सालों में डबल हो गई है.

अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'बिहार का एक आदमी 500 रुपये के टिकट से ट्रेन में बैठकर दिल्ली में आता है और 5 लाख का इलाज फ्री में करवा कर चला जाता है. इससे खुशी होती है कि अपने देश के लोग हैं, सबका इलाज होना चाहिए. लेकिन दिल्ली की अपनी क्षमता है, पूरे देश के लोगों का कैसे इलाज करेगी, इसलिए जरूरत है कि सारे देश में स्वास्थ्य सुविधाएं सुधरे.'

Advertisement

दिल्ली के अस्पतालों पर बढ़ा भरोसा

इसके बाद जब 'आजतक' ने अरविंद केजरीवाल से इलाज के लिए बिहार से दिल्ली आ रहे लोगों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, 'अलग-अलग राज्यों से लोग दिल्ली में इलाज कराने आ रहे हैं. दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पिछले 4 साल में 3 करोड़ से बढ़कर 6 करोड़ सालाना हो गई है. देशभर के लोगों को दिल्ली के अस्पतालों में भरोसा है.'

'दिल्ली के बॉर्डर से सटे एक अस्पताल में 80% लोग बाहरी'

अरविंद केजरीवाल ने सरकार द्वारा कराए एक सर्वे का जिक्र करते हुए कहा, 'आज मिडिल क्लास के लिए प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराना मुश्किल है, लेकिन हमारी सरकार ने सरकारी अस्पताल में दवाइयां मुफ्त की और मैं मानता हूं लंबी लाइन होती है. उसका कारण है कि दिल्ली में बहुत से लोग बाहर से आ रहे हैं. हमने सर्वे करवाया था, जिसमें बॉर्डर पर दिल्ली सरकार के एक अस्पताल में 80% मरीज बाहर के थे. फिलहाल दिल्ली में इतने अस्पताल बन गए हैं जो सिर्फ दिल्ली वालों का इलाज करने के लिए काफी हैं.'

Advertisement
Advertisement