देश की राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुलाकात करने वाले हैं. उन्होंने रविवार 21 फरवरी की दोपहर कृषि कानून के विरोध में उतरे अलग-अलग किसान संगठन के नेताओं से मिलने का समय तय किया है. रविवार को किसान नेताओं के साथ बुलाई गई इस बैठक का आयोजन सिविल लाइन्स स्थित दिल्ली विधानसभा में किया गया है.
जाहिर है दिल्ली के बॉर्डर पर किसान पिछले करीब 3 महीने से आंदोलन कर रहे हैं. सीएम केजरीवाल की मुलाकात के दौरान कृषि बिल के विरोध के साथ-साथ किसानों की अन्य समस्याओं पर भी बातचीत होगी.
साथ ही, उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी अब प्रदेश में 'किसान महापंचायत' की तैयारी कर रही है. दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का आम आदमी पार्टी लगातार समर्थन कर रही है.
संसद में बीजेपी शासित केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग कर चुकी आम आदमी पार्टी अब सड़क पर आंदोलन करने जा रही है. पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने किसानों के मुद्दों के समर्थन में एक महापंचायत करने का ऐलान किया है.
उत्तरप्रदेश में आयोजित होने जा रही आम आदमी पार्टी की किसान महापंचायत को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे. AAP नेता संजय सिंह के मुताबिक उत्तरप्रदेश के मेरठ में 28 फरवरी को AAP की किसान महापंचायत होगी.
बता दें, इससे पहले जब गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के आंसू छलके थे इसके बाद टिकैत के समर्थन में 29 जनवरी को मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत का आयोजन हुआ था, जिसमें संजय सिंह भी शामिल हुए थे. साथ ही, गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत से मिलने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी पहुंचे थे.
वहीं, दिलचस्प बात ये है कि उत्तरप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के अलावा पंचायत और निकाय चुनाव लड़ने के लिए मोर्चा खोल चुकी आम आदमी पार्टी इस महापंचायत के ज़रिए उत्तरप्रदेश के किसानों को अपनी तरफ खींचने की एक कोशिश भी करती नजर आएगी.