देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में राजधानी दिल्ली में भी प्रत्येक दिन बीते दिन से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में दिल्ली में कोरोना की स्थिति और वैक्सीनेशन को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आजतक के सीएम सम्मेलन में हिस्सा लिया और मौजूदा स्थिति पर चर्चा की.
आजतक से साथ बातचीत में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए लगता है कि स्थिति चिंताजनक है, लेकिन घबराने की जरुरत नहीं है. दिल्ली में कोरोना की यह चौथी लहर है. उन्होंने कहा कि हालांकि दिल्ली में स्थिति अभी नियंत्रण में है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि केवल यह कहना कि लोगों ने कोरोना संयमित नियमों का पालन नहीं किया इसलिए मामले बढ़े. बढ़ने के पीछे कुछ और कारण हो सकते हैं. कुछ नए स्ट्रेन की वजह से मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. पिछले 10 दिनों में मामले तेजी से बढ़े. रोजाना दो से ढाई हजार की वृद्धि के साथ नए मामले सामने आ रहे हैं.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार हमें वैक्सिनेशन सेंटर्स नहीं खोलने दे रही है. वैक्सीन के पर्याप्त डोज तक नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र ने वैक्सीन वितरण को लेकर पूरी तरह से अपने नियंत्रण में कर रखा है. उन्होंने कहा कि यदि केंद्र हमारी अपील को मान लेता है और पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध करा देता है तो हम 3 महीने में दिल्ली की पूरी जनता को टीका लगा पाने में सक्षम हैं.
लॉकडाउन समाधान नहींः CM केजरीवाल
कोरोना पर नियंत्रण को लेकर लॉकडाउन लगाए जाने के सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन लगाना कोई समाधान नहीं है. इससे संख्या में कुछ कमी जरुर आ सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर दिल्ली में मामले बढ़ते हैं तो विचार किया जा सकता है.
वैक्सीन की कमी को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र भी मान रही है कि वैक्सीन की कमी है. लेकिन अभी अंगुली उठाने का समय नहीं है. वैक्सीन को लेकर अभी निर्यात पर रोक लगा दिया जाना चाहिए. पहले अपने यहां के लोगों के लिए वैक्सीन की सुविधा मिलनी चाहिए. साढ़े 6 करोड़ वैक्सीन के डोज देश के बाहर भेजे गए. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने दुनियाभर से जहां से हो सका उसने अपने लोगों के लिए वैक्सीन एकत्र किए. अपने यहां भी पहले यहां के लोगों के लिए वैक्सीन की व्यवस्था की जानी चाहिए.