दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री संदीप कुमार की सेक्स टेप सामने आने के बाद यूं तो घमासान पार्टी के ईर्दगिर्द ही घूम रहा है लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास सीडी और शिकायत पत्र भेजने वाले ओेम प्रकाश भी चर्चाओं में हैं. हालांकि खुद ओम प्रकाश इस बात से इनकार कर रहा है कि शिकायत उसने भेजी थी.
ओमप्रकाश के नाम से एक शिकायती पत्र बुधवार शाम तक देश के नामी गिरामी न्यूज चैनलों में पहुंच चुका था लेकिन तब तक कोई ये नहीं जानता था कि ओमप्रकाश आखिर है कौन. ओमप्रकाश से आज तक ने भी बात की. बुधवार रात से अब तक कुल 4 बार. लेकिन ओमप्रकाश ने मानो स्क्रिप्ट रट रखी हो. बिना किसी हेरफेर और बदलाव के वो पिछली रात से वही बात दोहरा रहा है.
न सीडी बनाई, ना उसे केजरीवाल तक पहुंचाया
ओमप्रकाश इस बात से भी इनकार करता है कि उसने ये सीडी बनाई है और इस बात से भी कि उसने सीडी समेत कोई शिकायती खत अरविंद केजरीवाल को लिखा था. बुधवार रात ओमप्रकाश का बयान ये था कि 15-20 दिन पहले कुछ अनजान लोग उससे मिले थे और इस सेक्स कांड की सीडी उसे देते हुए कहा कि इसमें 'आप' के लिए कुछ दिलचस्प हो सकता है. उसने ये भी कहा कि उन लोगों ने ही इस सीडी को केजरीवाल के कैंप ऑफिस जाकर देने की कोशिश की लेकिन वहां इन लोगों की नहीं सुनी गई. इसी आधार पर उसने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीडी की जानकारी करीब 15 दिन पहले से ही थी लेकिन उन्होंने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया. आखिरकार जब बुधवार दोपहर सीडी एलजी ऑफिस में जमा की गई तो मुख्यमंत्री ने आनन-फानन में मंत्री को बर्खास्त करने का फैसला किया.
गुरूवार को बदल दिया बयान
गुरूवार को ओमप्रकाश का बयान बदला हुआ था. उसने कहा कि कुछ अनजान लोगों ने ये सीडी उसे 4-5 दिन पहले दी है और दो दिन पहले ही उसने ये सीडी देखी है. सीडी में पूर्व मंत्री संदीप कुमार को आपत्तिजनक हालत में देखते हुए उसने ये जानकारी कांग्रेस के पूर्व विधायक जयकिशन को दी और दोनों एलजी ऑफिस शिकायत लेकर पहुंचे. उनके एलजी ऑफिस पहुंचने के बाद केजरीवाल ने संदीप कुमार को बर्खास्त किया. अब बात जाहिर है कि जब ओमप्रकाश सीडी देने वालों को ही नहीं जानता तो भला वो उन महिलाओं के बारे में क्या बताएगा?
ये कैसा शिकायतकर्ता?
दिलचस्प बात ये है कि ओमप्रकाश ने न तो सीडी बनाई है, न ही वो संदीप कुमार को व्यक्तिगत तौर पर जानता है, न सीडी में दिख रही महिलाओं से उसका कोई परिचय है और सबसे बड़ी बात तो ये कि उसे ये सीडी जिसने दी है उन्हें भी ये न जानने का दावा करता है. लेकिन फिर भी मामले का शिकायतकर्ता ओमप्रकाश है. आपको बता दें कि ओमप्रकाश सुल्तानपुरी से कांग्रेस का ब्लॉक प्रमुख भी है. इसी आधार पर वो जनता के हित में इस मामले का शिकायतकर्ता होने का दावा करता है.
कई हैं पेच
कुल मिलाकर दूध का दूध और पानी का पानी तब तक नहीं हो सकता जब तक पुलिस मामले की आधिकारिक तौर पर जांच न शुरू करे. क्योंकि एक तरफ सीडी का मुजरिम और पूर्व मंत्री संदीप कुमार ये दावा कर रहा है कि वो सीडी में है ही नहीं और दूसरी तरफ शिकायतकर्ता ओमप्रकाश है जो ये बताने को तैयार नहीं कि अगर सीडी आई है तो कहां से. अब इन सबके ऊपर लाख टके का सवाल ये कि पुलिस मामले में कार्रवाई करे भी तो आखिर कैसे? इस पूरे मामले से आखिर दिक्कत किसे है? आखिर मामले का शिकायतकर्ता कौन है?