दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद से प्रतिदिन दिल्ली पुलिस के खिलाफ लगभग तीन गुना ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं. 15 फरवरी के बाद से प्रतिदिन औसतन 25 शिकायतें दर्ज की जा रहीं हैं.
पुलिस उपायुक्त सिंधु पिल्लई ने कहा कि 14 फरवरी से 24 मार्च तक हमें दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय से पुलिस की लापरवाही के खिलाफ 1008 शिकायतें मिल चुकी हैं. जबकि पिछले साल 3878 शिकायतें मिली थीं.
सतर्कता विभाग के सूत्रों के मुताबिक जब से केजरीवाल मुख्यमंत्री बने हैं, तभी से दिल्ली के लोगों ने अधिक संख्या में पुलिस कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत करनी शुरू कर दी थी. यह शिकायतें सभी जिलों के प्रमुखों को भेजी गई. उनसे इस मामले पर ध्यान देने और ऑनलाइन पोर्टल से जवाब देने के लिए पूछा.
सूत्र के मुताबिक यह गंभीर शिकायतें हैं, जैसे जमीन हथियाना, अपहरण, जोर जबरदस्ती करना, जिन पर लोग पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी का आरोप लगा रहे हैं.
सूत्रों का मानना है कि ज्यादा वक्त उन्हें लगता है जो जांचकर्ता अधिकारी इन मामलों को निपटाने के लिए क्लीन चिट दे देते हैं या मामले को बीच में ही छोड़ देते थे.
एक पुलिस सूत्र ने कहा कि अब मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायत मिलने के बाद, दिल्ली पुलिस के सतर्कता विभाग ने अपनी शिकायत जिला प्रमुख को भेज दी है और उन्हें संबोध्िा करते हुए उनसे एक सीमित अवधि 14 दिन में जवाब मांगा है.
सूत्रों के मुताबिक उत्तरी दिल्ली के बुरारी पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिस कर्मियों पर जमीन हथियाने की शिकायत दर्ज थी, लेकिन अपराधी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पुलिसकर्मियों पर पीड़ितों को परेशान करने का आरोप लगाया गया था. अब शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय से सतर्कता शाखा को भेज दी गई है.