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AAP-कांग्रेस के गठबंधन ने बढ़ाई बीजेपी की टेंशन! जानिए दिल्ली मेयर चुनाव में कैसे बदला समीकरण

सेंट्रल जोन में AAP के 13, बीजेपी के 10 और कांग्रेस के 2 पार्षद हैं. दो एल्डरमैन की नियुक्ति के बाद मामला लगभग बराबरी का हो गया था. लेकिन कांग्रेस के साथ मिलने के बाद इस जोन में AAP और कांग्रेस के 15 पार्षद होते हैं, जबकि बीजेपी के 12 पार्षद (दो एल्डरमैन समेत) हैं. सिटी-एसपी, करोल बाग और वेस्ट जोन में आम आदमी पार्टी की बराबरी करना बीजेपी के लिए मुश्किल है.

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दिल्ली एमसीडी की फाइल फोटो.
दिल्ली एमसीडी की फाइल फोटो.

दिल्ली नगर निगम के मेयर का चुनाव 26 अप्रैल को होना है, उससे पहले कांग्रेस और AAP के राजनीतिक गठबंधन ने ना केवल बीजेपी को परेशानी में डाल दिया है, बल्कि ज़ोन में पार्टियों की स्थिति भी उलट गई है. दरअसल, एलजी के एल्डरमैन (मनोनीत पार्षद) मनोनीत करने से पहले स्टैंडिंग कमेटी में बीजेपी को 7 और AAP को 5 जोन में बढ़त थी, लेकिन गठबंधन से समीकरण बदल गया है. हालांकि निगम के 12 जोन में से 4 जोन- केशवपुरम, नजफगढ़, शाहदरा (नॉर्थ) और शाहदरा (साउथ) में बीजेपी के पास बहुमत है. कांग्रेस के गठबंठधन के बाद शाहदरा (नॉर्थ) में खेल पलट गया है.

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शाहदरा (नॉर्थ) में ऐसे बदला खेल

शाहदरा (नॉर्थ)  जोन में आम आदमी पार्टी के 13, बीजेपी के 18 और कांग्रेस के 3 पार्षद हैं. AAP और कांग्रेस को मिलाकर 16 पार्षद अब हो गए हैं. यानि अब बराबर का मुकाबला है.

सेंट्रल जोन का क्या है गणित

सेंट्रल जोन में AAP के 13, बीजेपी के 10 और कांग्रेस के 2 पार्षद हैं. दो एल्डरमैन की नियुक्ति के बाद मामला लगभग बराबरी का हो गया था. लेकिन कांग्रेस के साथ मिलने के बाद इस जोन में AAP और कांग्रेस के 15 पार्षद होते हैं, जबकि बीजेपी के 12 पार्षद (दो एल्डरमैन समेत) हैं. सिटी-एसपी, करोल बाग और वेस्ट जोन में आम आदमी पार्टी की बराबरी करना बीजेपी के लिए मुश्किल है.

स्टैंडिंग कमेटी का क्या है समीकरण

जोनल कमेटियों में जिस पार्टी का बहुमत होता है, स्टैंडिंग कमेटी का चेयरमैन भी उसी पार्टी का बनना तय होता है. साल 2022 के एमसीडी चुनाव के नतीजे देखें तो जोनल स्तर पर बहुमत तो आम आदमी पार्टी का ही है, हालांकि एलजी के मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति ने बीजेपी को 5 जोन में बहुमत में ला दिया था. साल 2022 के बाद अब तक स्टैंडिंग कमेटी नहीं बन पाई है. अब स्थिति आम आदमी पार्टी के हक में जाती हुई दिख रही है. मसलन, कांग्रेस का हाथ AAP के साथ आते ही जोनल कमेटियों में आम आदमी पार्टी और मजबूत हो गई. ऐसे में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव का समीकरण पूरी तरह से उलट गया.

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एमसीडी में क्या है सीटों का नंबर?

एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों की संख्या 18 होती है, जिसमें से 6 सदस्य सदन से और 12 सदस्य हर 12 जोन से चुनकर आते हैं. बता दें कि दिल्ली में पार्षदों की संख्या 250 है, जिसमें से आम आदमी पार्टी के 134 और बीजेपी के 104 पार्षद हैं, जबकि कांग्रेस के 9 पार्षद हैं. लोकसभा चुनाव के बीच ही दिल्ली में नए मेयर का चुनाव होना है.

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