दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने शुक्रवार को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल और रेहड़ी पटरी एसोसिएशन के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की. माकन ने उपराज्यपाल से मिलकर दिल्ली सरकार और एमसीडी की तरफ से अवैध रूप से रेहड़ी-पटरी वालों को हटाए जाने की शिकायत की है.
माकन ने कहा कि दिल्ली में 5 लाख रेहड़ी-पटरी वालों से अगर एक हजार रुपए लाइसेंस फीस वसूल की जाए तो निगम को इस से 600 करोड़ रुपए की आमदनी होगी और दूसरी तरफ रेहड़ी-पटरी वालों से 300 रुपए रोज़ की अवैध वसूली भी बंद हो जाएगी. माकन ने कहा कि दिल्ली सरकार के अधिकारी और एमसीडी अधिकारी पुलिस वालों के साथ मिलकर अवैध वसूली करते हैं और इन गरीब रेहड़ी-पटरी वालों को परेशान करते हैं.
अजय माकन ने कहा कि रेहड़ी-पटरी वालों को लेकर कांग्रेस सरकार जो कानून लाने वाली थी उसको यह लोग पारित क्यों नहीं करते हैं. माकन ने कहा कि जिस तरीके से रेहड़ी-पटरी वालों के खिलाफ संगठित उद्योग का अपराध फल-फूल रहा है उस पर उप राज्यपाल महोदय से मिलकर हमने गुजारिश की है कि इसपर फौरन रोकथाम लगे. माकन को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भरोसा दिलाया कि जहां-जहां से रेहड़ी पटरी वालों को हटाया जा रहा है वहां के अधिकारियों से बात कर मामले का संज्ञान लेंगे. माकन ने कहा कि एक तरफ अतिक्रमण के नाम पर गरीबों को सड़क से हटाया जा रहा है दूसरी ओर एक आदमी छोटी गाड़ी की बजाए बड़ी महंगी गाड़ी से अकेले चलता है तो क्या वह अतिक्रमण नहीं है. उन्होंने मांग कि की जल्द रेहड़ी-पटरी वालों की समस्या को सुलझाया जाए और भ्रष्टाचार पर लगाम लगे.