जेएनयू में देशद्रोही नारेबाजी के मामले में गिरफ्तार कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान हुए हमले के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर बी एस बस्सी कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने केंद्र सरकार से उनके निलंबन की मांग की है.
बस्सी को सीआईसी बनाने का प्रलोभन
अजय माकन ने कहा है कि बीएस बस्सी केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. कई मामलों में उनकी कार्रवाइयों से ऐसा साफ दिख रहा है. माकन ने केंद्र सरकार से मांग की है कि त्वरित प्रभाव से बस्सी को निलंबित किया जाए. उन्होंने कहा कि डीसीपी बस्सी को रिटायरमेंट के बाद बड़ा मौका दिए जाने का प्रलोभन दिया गया है. माकन ने बताया कि ऐसी बात हो रही है कि बस्सी को रिटायरमेंट के बाद मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) बनाने का वादा किया गया है.
केजरीवाल ने भी किया हमला
जेएनयू मामले को लेकर दिल्ली पुलिस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी हमला बोला. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि अगर मेरे पास
दिल्ली पुलिस होती तो फर्जी राष्ट्रवादी जेल में होते.
दिल्ली पुलिस हमारे पास होती तो भारत मां के ख़िलाफ़ नारे लगाने वाले और फ़र्ज़ी राष्ट्रवादी गुंडे-दोनों जेल में होते। इनसे दोनों नहीं संभल रहे
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 17, 2016
बस्सी पर सख्त हुआ सुप्रीम कोर्ट
इसके पहले पटियाला हाउस कोर्ट में जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान हुए हमले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी बस्सी को तलब किया. जस्टिस चेलमेश्वरम ने उनसे फोन पर बात की. उन्होंने सख्त लहजे में बस्सी से पूछा कि कोर्ट में पेशी के दौरान दिशा निर्देशों का पालन क्यों नहीं किया गया. इसके अलावा कोर्ट ने उनसे साफ-साफ पूछा कि आरोपी की सुरक्षा करने में पुलिस सक्षम है या कोर्ट आदेश जारी करे.
येचुरी और शरद बोले- बस्सी को हटाओ
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने भी डीसीपी बस्सी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. येचुरी ने कहा कि इतनी गलतियों के बाद बस्सी को डीसीपी के पद पर रहने का कोई हक नहीं है. वहीं शरद यादव ने पटियाला हाउस कोर्ट में हुए हंगामे के लिए सीधे-सीधे पुलिस को जिम्मेदार ठहराया.