दिल्ली में निगम चुनावों की हार से नाराज कांग्रेस पार्टी ने अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई की है. पार्टी को 272 सीटों में से निगम चुनाव में मात्र 31 सीटें मिली, जिसका बड़ा कारण पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ बागी कार्यकर्ताओं का चुनाव लड़ना बताया गया है.
अनुशासनात्मक समिति की बैठक
ऐसे में पार्टी की अनुशासन समिति ने कई कार्यकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई की है. डॉक्टर नरेंद्र नाथ की अध्यक्षता में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासनात्मक कमेटी की बैठक हुई, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निगम चुनाव 2017 में कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ बागी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा, उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए निष्कासित जाए.
कांग्रेस उम्मीदवारों ने की थी शिकायत
अनुशासनात्मक कमेटी ने यह निर्णय निगम चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों से प्राप्त शिकायतों, जिसमें बागी उम्मीदवारों की पार्टी विरोधी गतिविधियों पर चर्चा करने के बाद लिया. डॉक्टर नरेंद्र नाथ के अलावा कमेटी के अन्य सदस्य महमूद जिया, सुरेंद्र कुमार और आभा चौधरी शामिल थीं.
जांच के बाद की जाएगी उचित कार्रवाई
कमेटी ने यह भी निर्णय लिया कि जो महिलाएं बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ी हैं, उनके पतियों को भी पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है. कांग्रेस नेता नरेंद्र नाथ ने कहा कि कमेटी के पास जो अन्य शिकायतें आई हैं, उनकी छानबीन करके उचित कार्रवाई की जाएगी.