नोटबंदी पर कांग्रेस अभी तक विपक्षी दलों के साथ मिलकर सरकार को घेर रही है. कांग्रेस लोकसभा में नोटबंदी पर चर्चा के साथ वोटिंग की मांग पर अड़ी है, तो राज्यसभा में प्रधानमंत्री की माफी की मांग की जा रही है. ऐसे में सदन सही ढंग से चल नहीं पा रही है.
हालांकि पार्टी का एक तबका यह राय रखता है कि सोमवार से संसद चलने दिया जाए. इस खेमे का मानना है कि नोटबंदी पर सरकार को खूब घेरा जा चुका है. अब वक्त पाकिस्तान की हरकतों पर सरकार को घेरने का है. उनका मानना है कि हाल में नगरोटा में हुए हमले के बाद सरकार पर तीखे हमले बोले जा सकते हैं और सरकार को बैकफुट पर धकेला जा सकता है.
दरअसल कांग्रेस का एक तबका मानता है कि लोकसभा में सरकार ने अगर चर्चा और वोटिंग की बात मानी तो विपक्ष राज्यसभा में भी यही मांग करेगा. हालांकि इस पर आखिरी फैसला सोमवार सुबह सभी विपक्षी दलों की बैठक के बाद लिया जाएगा. लेकिन उसके पहले कांग्रेस और टीएमसी ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर दिया है. दरअसल टीएमसी नोटबंदी के मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहती, तो वहीं जदयू नोटबंदी पर फिलहाल हद से आगे नहीं बढ़ना चाहती.
कुल मिलाकर सोमवार को सदन चल पाएगा या नहीं, इसका फैसला सोमवार सुबह ही औपचारिक तौर पर सामने आएगा. पर उम्मीद की जा रही है कि कोई रास्ता निकल पाएगा और सदन चल पाएगा.