जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) कैंपस में हिंसा मामले पर सियासी बयानबाजी जारी है. कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं ने जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. जेएनयू हिंसा मामले पर प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, कपिल सिब्ब्ल, रणदीप सुरजेवाला और मायावती समेत कई राजनेताओं के बयान सामने आए हैं. बसपा अध्यक्ष मायावती ने हिंसा की इस घटना को शर्मनाक बताया तो कपिल सिब्ब्ल ने हिंसा मामले की जांच की मांग की है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने हिंसा मामले पर सवाल उठाते हुए कहा कि नकाबपोश लोगों को कैंपस में कैसे घुसने दिया गया. वाइस चांसलर ने क्या किया और पुलिस क्यों मूकदर्शक बनकर खड़ी रही. सिब्बल ने कहा कि इन सभी सवालों के जवाब नहीं हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि ये साजिश की गई है. इस मामले की जांच होनी चाहिए.
Kapil Sibal,Congress on #JNUViolence: How were masked people allowed to enter the campus? What did the Vice Chancellor do? Why was Police standing outside? What was the Home Minister doing? All these questions are unanswered. This is a clear conspiracy,investigation needed. pic.twitter.com/y4SkGfYOaZ
— ANI (@ANI) January 6, 2020
कपिल सिब्बल ने इस पूरी घटना को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है. कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, नकाबपोश लोग यूनिवर्सिटी के सिद्धांतों को तोड़ रहे हैं और चौकीदार चुपचाप खड़ा देख रहा है.
Achhe Din !
With the police as collaborators :
Masked men : Destroying the idea of a “ university “
Masked agendas : Destroying the idea of “ India “
And the “ chowkidar “ watches , unfazed !
— Kapil Sibal (@KapilSibal) January 6, 2020
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यूनिवर्सिटी पर हुआ यह हमला पूर्व नियोजित था. छात्रों, शिक्षकों पर हमला हुआ और दिल्ली पुलिस चुप रही. सुरजेवाला ने कहा कि पूरे देश ने जेएनयू कैंपस में हुए आतंक और गुंडागर्दी को देखा. यह सब जेएनयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस की निगरानी में हुआ, जो सीधे गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नियंत्रित हैं.
Randeep Surjewala, Congress: The entire country witnessed state sponsored goondism and terrorism yesterday in the campus of JNU. All this happened under the watch of JNU administration and also Delhi Police which is directly controlled by Home Minister Amit Shah. pic.twitter.com/3qvNaVjO0Z
— ANI (@ANI) January 6, 2020
जेएनयू हिंसा मामले पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने सख्त कार्रवाई की मांग की है. मायावती ने कहा, जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों के साथ हुई हिंसा निंदनीय व शर्मनाक है. केंद्र सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए. साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच हो जाए तो यह बेहतर होगा.
दरअसल, जेएनयू कैंपस में रविवार को छात्रों पर नकाबपोश हमलावरों ने हमला कर दिया. इस हिंसा में छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत कई छात्र घायल हो गए थे. जिन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया. वहीं सोमवार को इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.