नॉर्थ एमसीडी सदन की बैठक में उस वक्त अजीब स्थिति बन गई जब सभी कांग्रेसी पार्षद अपनी जगह से उठ कर फर्श पर बैठ गए. बता दें कि सदन की बैठक के दौरान आम आदमी पार्टी और बीजेपी के पार्षद लगातार कांग्रेस पार्षदों को संख्याबल के आधार पर सदन में सबसे पीछे की सीट पर भेजने की बात कर रहे थे.
इसी को लेकर सदन की बैठक में जब मामला मेयर आदेश गुप्ता के सामने आया तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया और जगह बदलने की बात पर नाराज होकर मेयर और कमिश्नर के सामने ही फर्श पर बैठ गए.
इस दौरान कांग्रेस पार्षदों ने जमकर नारेबाजी की जिसके चलते सदन की कार्रवाई भी कुछ देर बाधित रही, लेकिन बाद में अन्य बीजेपी नेताओं के मनाने पर कांग्रेसी पार्षद वापस अपनी जगह पर जाकर बैठे.
दरअसल कांग्रेस इस वक्त एमसीडी में सबसे कम पार्षदों वाली पार्टी है. नॉर्थ एमसीडी में सत्तारूढ़ बीजेपी के बाद सबसे ज्यादा 21 पार्षद आम आदमी पार्टी के हैं और कांग्रेस के सबसे कम 16 पार्षद हैं. बीएसपी के 1 पार्षद ने कांग्रेस को समर्थन दिया है यानी उनके कुल 17 पार्षद हैं.
सत्तारूढ़ दल सदन में सबसे बीच की पंक्तियों में बैठता है जबकि उससे कम संख्याबल वाला दल, जो कि अभी आम आदमी पार्टी है वो सदन में मेयर के बाईं ओर बैठता है. सबसे कम संख्या बल वाली कांग्रेस फिलहाल मेयर के दाईं तरफ वाली पंक्ति में बैठती है और इसी को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी डीएमसी एक्ट की दुहाई देकर कांग्रेस को सबसे पीछे बैठाना चाहती हैं.
सदन में जब डीएमसी एक्ट का हवाला देकर कांग्रेसी पार्षदों को सबसे आखिरी पंक्तियों की तरफ भेजने की बात हो रही थी, उसी वक्त कांग्रेसी पार्षद फर्श पर जाकर बैठ गए. कांग्रेस पार्षद दल के नेता मुकेश गोयल ने कहा कि कांग्रेस किसी भी हाल में आम आदमी पार्टी के साथ या पीछे की सीट पर नहीं बैठेगी और अगर जबरदस्ती की गई तो कांग्रेसी पार्षद फर्श पर बैठकर ही सदन की कार्रवाई में भाग लेंगे.
वहीं मेयर आदेश गुप्ता ने साफ कर दिया है कि डीएमसी एक्ट के मुताबिक कांग्रेस की जगह सदन में वैसे तो सबसे पीछे है, लेकिन मानवता और कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल की वरिष्ठता को देखते हुए फिलहाल कांग्रेस पार्षदों को उनकी पुरानी जगह पर ही बैठने दिया जाएगा.