राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सियासी जमीन पर रविवार को एक बार फिर लोकपाल का रंग चढ़ने वाला है. दिल्ली कांग्रेस केजरीवाल सरकार के खिलाफ हल्लाबोल करने वाली है. इसके तहत 14 जगहों पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा. पार्टी का आरोप है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने लोकपाल को लेकर जनता से वादाखिलाफी की है.
यह दिलचस्प है कि जिस लोकपाल के मुद्दे को जन आंदोलन बनाकर आम आदमी पार्टी का उदय हुआ, कांग्रेस ने उसी मुद्दे को सरकार की काट बनाने का निर्णय किया है. हालांकि इसमें कोई दोराय नहीं है कि जिस तरह कांग्रेस को भी लंबे अरसे बाद इस मुद्दे की याद आई, उसकी कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगना लाजिमी है.
प्रदर्शन की रूपरेखा और मुद्दा
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन कहते हैं, 'केजरीवाल सरकार ने लोकपाल पर जनता को धोखा दिया है.' रविवार को दिल्ली की 8 जगहों में सुबह 9 से 12 बजे तक कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे. इसके बाद दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक दिल्ली के बाकी 6 जगह कांग्रेस के धरने का आयोजन किया जाएगा. प्रदर्शनकारी राज्य सरकार से मजबूत लोकपाल की मांग करेंगे.
कांग्रेस 'आप' पार्टी पर लगातार आक्रामक रुख अपना रही है. सोशल मीडिया पर पार्टी के कार्यकर्ता लगातार सक्रिय हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं की तरफ से 'तोमर-मनोज तो झांकी हैं, 27 विधायक बाकी हैं.' 'लोकपाल लाओ, भ्रष्टाचार मिटाओ' जैसे नारे लिखे जा रहे हैं.
दूसरी ओर, भगत सिंह क्रांति सेना ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पोस्टर वार किया है. दिल्ली में जगह-जगह पोस्टर लगाकर AAP में भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाए गए हैं. पोस्टर में केजरीवाल सरकार के प्रचार पर 526 करोड़ रुपये खर्च करने का जिक्र है, वहीं बिहार में लालू प्रसाद के प्रचार की तैयारी पर भी सवाल उठाया गया है.