आंध्र प्रदेश के बंटवारे के खिलाफ वाईएसआरसीपी प्रमुख जगनमोहन रेड्डी ने सोमवार को राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी. उन्होंने इस दौरान कांग्रेस और सोनिया गांधी पर आरोपों की झड़ी लगा दी. जगन ने सोनिया गांधी के इटली कनेक्शन को जोड़ते हुए कांग्रेस को ‘इटालियन नेशनल कांग्रेस’ करार दिया और कहा, ‘उन्होंने मेरे राज्य आंध्र प्रदेश के साथ जो किया है वैसा तो अंग्रेजों ने भी नहीं किया था.’
जगनमोहन यही नहीं रूके, उन्होंने आरोप लगाए कि कांग्रेस के निलंबित सांसद एल राजगोपाल की कंपनी को एक महीने पहले 8000 करोड़ रुपये के कंपनी ऋण पुनर्गठन (सीडीआर) की मंजूरी मिली थी. जगन ने कहा, 'कांग्रेस ने इस पूरे खेल का षड्यंत्र किया जहां संसद में मिर्च का स्प्रे तक किया गया ताकि प्रदर्शन करने वाले लोगों को हटाया जा सके. राजगोपाल जिन्होंने मिर्च का स्प्रे किया, क्या वह कांग्रेस के आदमी नहीं हैं.'
बंटवारा हुआ ताकि राहुल पीएम बन सके
मीडिया की खबरों के हवाले से जगनमोहन ने कहा, 'क्या आप मानते हैं कि अगर कोई कांग्रेस का विरोध कर रहा है, अगर कोई वास्तव में पार्टी का बागी है तो कांग्रेस की सहमति से उसके लिए सीडीआर होगा.' उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने राज्य का बंटवारा सिर्फ एक लक्ष्य से किया कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाया जा सके क्योंकि उसे तेलंगाना में टीआरएस के साथ मिलकर कुछ सीट जीतने की उम्मीद थी.
जगन ने देर शाम अपने समर्थकों के साथ संसद की तरफ मार्च किया लेकिन संसद मार्ग थाने के पास उन्हें रोक लिया गया. इस बाबत जगन ने कहा, 'हमने हिंसा के लिए उकसाए बगैर संसद की तरफ मार्च किया. हालांकि उस तरह की अनुमति भी नहीं दी गई. हम प्रदर्शन करते हैं और अपनी गिरफ्तारी देते हैं.'
जगन ने आगे कहा कि कांग्रेस ऐसी स्थिति पैदा कर रही है जहां विपक्षी दल कुछ नहीं बोल सकें. कांग्रेस ने राजगोपाल सहित सीमांध्रा के छह लोकसभा सांसदों को निष्कासित कर दिया था जिन्होंने 11 फरवरी को तेलंगाना बनाने का विरोध किया और सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था.
विधेयक पर बीजेपी के रूख के सवाल पर जगन ने उम्मीद जताई कि मुख्य विपक्षी दल आंध्र प्रदेश को एकजुट रखने में सहयोग करेगा. उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद कर सकता हूं. उससे आगे मैं क्या कर सकता हूं? मुझे उम्मीद है कि वे राज्य को एकजुट करने के लिए आगे आएंगे.' उन्होंने पूरे विपक्ष से इस मुद्दे पर अपने मतभेद को दूरकर एकजुट होने का आह्वान किया.
किरण का इस्तीफा फिर बना मजाक
वाईएसआरसीपी नेता ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी की भी आलोचना की जबकि इस तरह की खबरें आ रही हैं कि राज्य के बंटवारे के विरोध में वह इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने पूछा, 'किरण कुमार रेड्डी का इस्तीफा देने का मुद्दा एक बार फिर से मजाक बन गया है. दस दिनों में जब चुनाव के कार्यक्रम घोषित होने जा रहे हैं तो वह इस्तीफा देते हैं या नहीं इससे क्या फर्क पड़ता है.'