हिंदूवादी नेता अमित जानी ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र नेता शरजील इमाम का सिर काटने पर एक करोड़ रुपये के इनाम का ऐलान किया है. इस बीच एसएसपी अलीगढ़ आकाश कुलहरि का कहना है कि शरजील अंडरग्राउंड हो गया है, लेकिन पुलिस उसे पकड़ने की कोशिश में जुटी है.
इस बीच दिल्ली पुलिस ने भी शरजील इमाम के बयान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. उस पर धारा 153 ए के तहत केस दर्ज किया गया है. इमाम पर आरोप है कि उसने 13 जनवरी को शाहीन बाग में भड़काऊ भाषण दिया था. इमाम पर दिल्ली के अलावा अलीगढ़ और असम में भी एफआईआर दर्ज किया जा चुका है.
अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहरि ने कहा कि शरजील इमाम की गिरफ्तारी के लिए अलीगढ़ से 2 टीमों को रवाना कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस के साथ हम समन्वय कर रहे हैं, और उसे जल्द गिरफ्तार कर लेंगे.
शरजील इमाम का एक विवादित वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में शरजील इमाम भड़काऊ भाषण देते हुए हिंदुस्तान से असम को अलग करने की बात करता नजर आ रहा है.
हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब हिंदूवादी नेता अमित जानी अपने बयानों को लेकर विवाद में आया है. इससे पहले भी वो अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रह चुका है.
'गद्दारों की वजह से खड़ी हुई नफरत की दीवार'
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जानी ने अपने फेसबुक पर लिखा है कि गद्दार ए वतन क्यों अशफाक उल्ला खान और ब्रिगेडियर उस्मान की रूह को भी शर्मिंदा कर रहा है, जो भारत से असम को काटने की बात कर रहा है. मैं उसकी गर्दन काटने वाले को अपनी निजी कमाई से 1 करोड़ रुपया देने की घोषणा करता हूं, ये वो गद्दार हैं जिनकी वजह से देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत की दीवार खड़ी है.
अमित जानी ने शरजील का एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें शरजील सेना और सरकार के खिलाफ भड़का रहा है और नार्थ ईस्ट को भारत से अलग करने की बात कर रहा है. शरजील के खिलाफ एफआईआर दर्ज है और अलीगढ़ पुलिस गिरफ्तारी की कोशिश में लगी है.
विवादित वीडियो अलीगढ़ का
सोशल मीडिया में वायरल हुए एक वीडियो ने दिल्ली का सियासी पारा काफी गरम कर दिया है. हालांकि यह वायरल वीडियो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का है. इस वीडियो में जेएनयू का पूर्व छात्र मंच पर चढ़कर देश तोड़ने की बात कर रहा है.
आजतक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक यह वीडियो शाहीन बाग का नहीं बल्कि अलीगढ़ का है. अलीगढ़ पुलिस ने एफआईआर में शरजील के बयान का पूरा जिक्र भी किया है, जिसमें शरजील ने बाबे सैय्यद गेट पर चल रहे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों के सीएए के प्रोटेस्ट में नार्थ-ईस्ट को तोड़ने की भड़काऊ बयानबाजी की थी.
अब शरजील इमाम को गिरफ्तार करने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं. अलीगढ़ से टीम गिरफ्तार करने के लिए रवाना हो चुकी है. 2 अलग अलगी टीमें बनाई गईं हैं. शरजील इमाम का लोकेशन भी ट्रेस किया जा रहा है.
अलीगढ़ में दर्ज है एफआईआर
अलीगढ़ पुलिस की ओर से दर्ज किए गए एफआईआर के मुताबिक शरजील इमाम का यह बयान 16 जनवरी को दिया गया था. सोशल मीडिया के जरिए अलीगढ़ पुलिस को वीडियो मिला था.
इसे भी पढ़ें--- भड़काऊ वायरल वीडियो पर शरजील इमाम पर शिकंजा, अलीगढ़-असम में एफआईआर दर्ज
पुलिस की ओर से वीडियो की जांच की गई और फिर एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर में बताया गया कि शरजील पर आरोप बनता है कि उसने सेना और भारत सरकार के खिलाफ घृणा फैलाई, भारत की एकता और अखंडता को खतरे में डालने की कोशिश की और सांप्रदायिक द्वेष फैलाया.
इसे भी पढ़ें--- शरजील पर शाहीन बाग के लोग बोले- कोई मास्टरमाइंड नहीं
दिल्ली पुलिस के सीनियर अफसरों का कहना है कि जामिया हिंसा के पहले शरजील काफी एक्टिव था. हिंसा के बाद वह शाहीन बाग भी जाता रहा है, लेकिन कुछ दिन से शाहीन बाग में नजर नहीं आ रहा है.
शरजील मूलत: पटना का रहने वाला है. उस पर पुलिस की नजर लगातार बनी हुई थी. वह जेएनयू से पीएचडी कर रहा है.