scorecardresearch
 

दिल्ली: अस्पताल में ऑक्सीजन होने वाली थी खत्म, खुद 15 सिलेंडर लेकर पहुंचे DCP

मुश्किल घड़ी में डीसीपी नॉर्थ एन्टो एल्फांसो ने अपनी सूझबूझ के दम पर सिर्फ 50 मिनट में 15 ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम कर दिया. उनकी वजह से अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत दूर हो पाई और कई मरीजों की जान भी बच गई.

Advertisement
X
15 सिलेंडर लेकर पहुंचे DCP एन्टो एल्फांसो
15 सिलेंडर लेकर पहुंचे DCP एन्टो एल्फांसो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • डीसीपी ने 50 मिनट किया 15 ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम
  • NKS अस्पताल में बजी थी खतरे की घंटी
  • सूझबूझ दिखा डीसीपी ने बचाई लोगों की जान

कोरोना काल में एक तरफ तबाही का मंजर देखने को मिल जाता है, लोगों की चीख-पुकार खौफजदा कर जाती है, लेकिन वहीं दूसरी तरफ समाज में कई ऐसे लोग भी मौजूद हैं जो इस मुश्किल समय में देवदूत बन लोगों की जान बचा रहे हैं, अस्पतालों की मदद कर रहे हैं. ताजा मामला दिल्ली के गुलाबी बाग के NKS अस्पताल का है जहां पर अचानक से ऑक्सजीन की भारी कमी हो गई थी. कमी भी ऐसी कि कई मरीजों की जान खतरे में आ गई.

Advertisement

देवदूत बन डीसीपी ने पहुंचाए ऑक्सीजन सिलेंडर

मुश्किल घड़ी में डीसीपी नॉर्थ एन्टो एल्फांसो ने अपनी सूझबूझ के दम पर सिर्फ 50 मिनट में 15 ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम कर दिया. उनकी वजह से अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत दूर हो पाई और कई मरीजों की जान भी बच गई. मालूम हो कि अस्पताल के लिए दिक्कत तब खड़ी हो गई जब पता चला कि शाम साढ़े चार बजे ऑक्सीजन खत्म होने वाली थी. इस खबर के फैलते ही अस्पताल में मौजूद मरीज के परिजन हंगामा करने लगे, स्थिति काफी चिंताजनक बन गई.

इसके बाद अस्पताल प्रशासन की तरफ से पुलिस से संपर्क साधा गया और डीसीपी नॉर्थ एन्टो एल्फांसो अपने साथियों संग अस्पताल पहुंच गए. उन्होंने वहां मामले को शांत करवाया और खुद ही अपने दम पर ऑक्सीजन सिलेंडर का भी इंतजाम कर दिया. बताया जा रहा है कि डीसीपी ने 50 मिनट में ग्रीन कॉरिडोर की मदद से दिल्ली के मायापुरी इलाके से खुद ऑक्सीजन का जुगाड़ लगाया और अस्पताल को 15 सिलेंडर मुहैया करवा दिए. ये सारे सिलेंडर मायापुरी से भरवाकर लाए गए थे.

Advertisement

मंसाराम अस्पताल की भी दिल्ली पुलिस ने की मदद

इससे पहले मंसाराम अस्पताल में भी ऐसी ही परिस्थिति खड़ी हो गई थी और ऑक्सीजन की भारी कमी देखने को मिली. तब भी 100 नंबर पर फोन कर दिल्ली पुलिस से मदद मांगी गई और उम्मीद के मुताबिक समय रहते मदद भी मिली और अस्पताल को ऑक्सीजन भी मुहैया करवा दी गई. पुलिस ने आधे घंटे के अंदर 10 ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल पहुंचाकर कई लोगों की जान बचाई. दिल्ली की ये दो घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि जब स्थिति बद से बदतर हो रही हो, प्रशासन के हाथ-पैर फूलने लग जाते हो, तब धैर्य और सूझबूझ से पुलिस भी कई बार मुश्किल परिस्थिति में भी उम्मीद की किरण जगा सकती है.

दिल्ली में कोरोना स्थिति की बात करें तो मामले लगातार चिंता बढ़ा रहे हैं. पॉजिटिविटी रेट तो काफी ज्यादा हो ही गया है, संक्रमित मरीजों का आंकड़ा भी 85 हजार के पार पहुंच गया है. सिर्फ पिछले 24 घंटे में 28,395 नए मामले दर्ज किए गए हैं, वहीं 277 मौतें हो गई हैं.
 

Advertisement
Advertisement