कोरोना की दूसरी लहर का मुकाबला कर रहा भारत अभी भी वैक्सीन की किल्लत से जूझ रहा है. देश के कई राज्यों में वैक्सीन ना होने के कारण सेंटर्स पर ताला लटकाने की नौबत आ गई है. इस बीच अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साध दिया है.
अरविंद केजरीवाल का कहना है कि कोई भी विदेशी कंपनी राज्य सरकार को वैक्सीन देने के लिए राज़ी नहीं है, क्योंकि वो केंद्र को ही देना चाहते हैं.
सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी फाइज़र और मॉर्डना कंपनियों से वैक्सीन की बात की, लेकिन दोनों ने कह दिया कि वो राज्य को नहीं, सिर्फ केंद्र सरकार को वैक्सीन देंगे. मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि केंद्र तुरंत इन कंपनियों से बात करे और वैक्सीन आयात करें. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र वैक्सीन इम्पोर्ट कर राज्यों में बांट दे.
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मनीष सिसोदिया बोले- 18+ वाले सेंटर्स हुए बंद
अरविंद केजरीवाल के अलावा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी केंद्र को निशाने पर लिया. मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार की बदइंतजामी की वजह से 18+ वालों के लिए वैक्सीन सेंटर बंद हो गए हैं, 45+ वालों में भी सिर्फ कोविशील्ड के सेंटर्स चालू हैं.
मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने ग्लोबल टेंडर की बात कही तो दिल्ली सरकार ने विदेशी कंपनियों से संपर्क किया, लेकिन विदेशी कंपनियों ने कहा कि वो केंद्र सरकार से ही बात करेंगे. वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार ने मज़ाक बना दिया है.
डिप्टी सीएम बोले कि भारत ने विदेशी कंपनियों की वैक्सीन को मंजूरी तक नहीं दी, जबकिं देश की 2 कंपनी से बन रही वैक्सीन को निर्यात किया जा रहा है. हमारा देश मंजूरी-मंजूरी खेल रहा है जबकि 68 देश स्पुतनिक को लगाना शुरू कर चुके हैं. मनीष सिसोदिया ने कहा कि 85 देश फाइजर को मंजूरी देकर खरीदना शुरू कर चुके हैं, मॉडर्ना को 46 देश, जॉनसन एंड जॉनसन को 41 देश मंजूरी दे चुके हैं.
Dy CM @msisodia addressing an important Press Conference | LIVE https://t.co/KiMtGTKW2R
— AAP (@AamAadmiParty) May 24, 2021
वैक्सीन के मसले पर राज्य बनाम केंद्र सरकार
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच पहले भी वैक्सीन को लेकर विवाद चल रहा है. दिल्ली सरकार ने आरोप लगाया कि केंद्र की ओर से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की सप्लाई नहीं हो रही है, जबकि भारत बायोटेक ने भी उन्हें अतिरिक्त वैक्सीन देने से मना किया है. ऐसे में दिल्ली के कई सेंटर्स को बंद करना पड़ रहा है.
सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र-पंजाब समेत कई राज्य वैक्सीन की किल्लत से जूझ रहे हैं और केंद्र की नीतियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं. बीते दिन पंजाब ने जानकारी दी थी कि उन्होंने वैक्सीन के लिए मॉर्डना से संपर्क किया है, लेकिन विदेशी कंपनी सिर्फ केंद्र सरकार के जरिए ही वैक्सीन देने की बात कर रही है.