दिल्ली में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो गई है. हर दिन नए मामले रिकॉर्ड बना रहे हैं तो वहीं मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. आलम यह हो गया है कि मौत के बाद दफन करने के लिए दो गज जमीन के लिए भी जद्दोजहद की नौबत आ सकती है. आईटीओ स्थित दिल्ली के सबसे बड़े कब्रिस्तान में अधिक से अधिक 70 लोगों के शव दफन करने लायक ही जगह बची है.
कोरोना के कारण मौत का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो दिक्कत आने वाली है. सबसे बड़े कब्रिस्तान जदीद कब्रिस्तान एहले इस्लाम के सुपरवाइज़र मोहम्मद शमीम ने इस बात की पुष्टि की और कहा कि जगह की कमी होने की चलते वे कब्रिस्तान की कमेटी को इत्तिला करेंगे. इस कब्रिस्तान में करीब 10 बीघे के एरिया में कोरोना से हुई मौत पर दफन करने के लिए कब्रें हैं. वैसे तो ये कब्रिस्तान 45 एकड़ में फैला है लेकिन अधिकतर हिस्सा पथरीला होने की वजह से बतौर कब्र इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. लिहाज़ा कोरोना के कारण मौतों का सिलसिला अगर ऐसे ही बढ़ता रहा तो मैयत के लिए कब्र उपलब्ध करा पाना नामुमकिन होगा.
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शमीम का कहना है कि 20 दिन पहले एक-एक हफ्ते तक कोविड का कोई शव नहीं आया लेकिन पिछले कुछ दिनों से हर रोज तीन से पांच शव आ रहे हैं. उन्होंने कब्र की खुदाई के लिए सरकार से जेसीबी उपलब्ध कराने की मांग की और कहा कि इंतजामिया कमेटी का सख्त आदेश है कि कोई कब्र को पक्का न कराए लेकिन लोगों की आस्था है. कैसे मना करें? शमीम ने इस कब्रिस्तान में अब तक 700 कोरोना संक्रमितों को दफनाए जाने की जानकारी दी और कहा कि अब और बुरा हाल हो रहा है.
शमीम ने बतया कि दिल्ली में मंगोलपुरी स्थित दो एकड़ में फैले मुस्लिम कब्रिस्तान, शास्त्री पार्क स्थित एक एकड़ में फैले बुलंद मस्जिद मुस्लिम कब्रिस्तान, कोंडली के पास ढाई एकड़ में फैले मुल्ला कॉलोनी मुस्लिम कब्रिस्तान में भी शव दफनाए जाते हैं.
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा कब्रिस्तान होने की वजह से अस्पताल से ज्यादा शव यहीं दफनाने के लिए लाए जाते हैं. वहीं, अपनी नानी की मैयत में पहुंचे महिपालपुर के रहने वाले शानू ने कहा कि नानी की मैयत पर फूल चढ़ाने आए हैं. दिवाली के दिन उनकी कोरोना के कारण मौत हो गई थी. शानू ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की कब्र अधिकतर पक्की बनवाई जा रही है. ऐसे में जगह की कमी होगी ही.
24 घंटे में 98 की मौत
दिल्ली में कोरोना के कारण पिछले 24 घंटे में 98 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. अब तक 8000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, एक्टिव केस 42458 है. दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की तादाद पांच लाख के पार पहुंच चुकी है. कंटेंनमेंट जोन की तादाद भी 4444 पहुंच चुकी है. दिल्ली में महज 10 दिन में ही कोरोना के करीब 60 हजार नए मामले सामने आए हैं. 9 नवंबर से 18 नवंबर के बीच कोरोना के 59532 नए मामले सामने आए हैं. हालांकि, अब तक साढ़े 4 लाख लोगों ने कोरोना को मात भी दी है. कोरोना की संक्रमण दर 12.03 फीसदी और रिकवरी दर 89.98 फीसदी है. डेथ रेट 1.58 फीसदी है.