देश में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम ही नहीं ले रही है. रोजाना कोरोना के एक लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. अब जेल में बंद कैदी भी इसकी चपेट में आने शुरु हो गए हैं. तिहाड़ जेल प्रशासन ने 14 अप्रैल तक का जो आंकड़ा सामने रखा है उसके मुताबिक, अब तक 190 कैदियों को कोरोना हो चुका है. वहीं, एक्टिव केस की संख्या 67 है.
बात करें जेल स्टॉफ की तो 304 जेल स्टाफ अब तक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, हालांकि एक्टिव केस 11 ही हैं. इतना ही नहीं, मंडोली जेल नंबर 12 की जेल जेल सुपरिटेंडेंट को भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं. मंडोली जेल नंबर 12 की जेल सुपरिटेंडेंट को भी कोरोना हुआ है.
मई 2020 से फरवरी 2021 तक के आंकड़े
मई 2020 से फरवरी 2021 तक कुल 120 कैदी संक्रमित हुए थे. जिसमें से 118 ठीक हो गए और दो की मौत हो गई. इस दौरान सक्रिय मामलों की संख्या शून्य हो गई. वहीं, जेल के स्टाफ के 293 लोग कोरोना संक्रमि हुए थे. हालांकि बाद में सभी ठीक हो गए. जून 2020 में दो कैदियों की मौत हुई थी.
मार्च 16, 2021 के बाद से 14 अप्रैल तक के मामले
आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2021 के बाद से 70 कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए जिसमें से 3 ठीक हुए. सक्रिय मामलों की संख्या 67 है. वहीं, जेल स्टाफ के 11 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं जिनमें से एक भी ठीक नहीं हुए हैं यानी सक्रिय मामलों की संख्या 11 है. इन 11 लोगों में एक जेल सुपरिटेंडेंट, तिहाड़ जेल के दो डॉक्टर भी शामिल हैं.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस की रफ्तार इतनी तेज और बेलगाम हो गई है कि पिछले सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं. बुधवार को देश में 24 घंटे के अंदर कोरोना वायरस के 1.84 लाख मामले सामने आए हैं. दिल्ली में कोरोना का कहर इतना ज्यादा है कि बड़े शहरों को भी पीछे छोड़ता जा रहा है.
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस के 13 हजार से अधिक केस दर्ज किए गए हैं. ये आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इसी के साथ दिल्ली में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 43,510 हो गई है. दिल्ली में फिलहाल, एक दर्जन से अधिक प्राइवेट अस्पताल ऐसे है जहां कोरोना बेड्स की कमी आ गई है. दिल्ली सरकार द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार, फिलहाल राज्य में 76 वेंटिलेटर और 4739 बेड्स ही खाली हैं.