दिल्ली में आबकारी नीति घोटाले मामले में विशेष सीबीआई अदालत ने जांच एजेंसी सीबीआई को दस हजार से ज्यादा पन्नों के दस्तावेजों की नंबरिंग करने के लिए मोहलत दी है. इनमें कई दस्तावेजों को फाइल करना है. कई बहुत भारी भरकम हैं. अब इस मामले की सुनवाई 30 नवंबर को होगी.
सीबीआई ने कहा है कि शीघ्र ही पूरक चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी, क्योंकि अभी भी नई चीजें नए खुलासे होने हैं. नए आरोपी सामने आते जा रहे हैं. सीबीआई ने अदालत से कहा कि जांच और पूछताछ के दौरान हुए खुलासे से कई और लोगों के इसमें शामिल होने के सबूत और सुराग मिल रहे हैं. इन संदिग्ध लोगों में कई अधिकारी और अन्य महत्वपूर्ण लोग भी हैं. ये सभी लाइसेंस वालों और पैसे लगाने वालों के साथ मिलकर इस साजिश में शामिल रहे हैं. हालांकि उन पर और गहन जांच की जरूरत है.
विजय नायर और अभिषेक की जमानत पर कोर्ट का रोक लगाने से इंकार
इससे पहले दिल्ली घोटाले में आरोपी और आम आदमी पार्टी के नेता विजय नायर और अभिषेक बोइनपल्ली की जमानत को चुनौती देने के मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई थी. दोनों की जमानत के खिलाफ CBI ने याचिका दाखिल की थी, लेकिन सुनवाई के दौरान कोर्ट ने आरोपियों की जमानत पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. दिल्ली हाईकोर्ट ने CBI की याचिका पर दोनों आरोपियों को नोटिस जारी किया है. इस मामले में अगली सुनवाई 1 दिसंबर को होगी.
कोर्ट ने कहा दोनों आरोपी अभी ED की हिरासत में हैं. इसलिए अपना जमानत मुचलका दाखिल नहीं कर पाए हैं. CBI ने कहा कि दोनों आरोपियों ने अभी तक बेल बांड नहीं भरा है, मामले में जांच एजेंसी दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट जल्द दाखिल करेगी. CBI ने कहा कि दक्षिण भारत से दिल्ली 30 करोड़ कैश आया, जो प्रभावशाली लोगों को दिया गया. जांच अभी बेहद संवेदनशील मोड़ पर है. CBI ने दिल्ली हाई कोर्ट से निचली अदालत के जमानत के फैसले पर रोक लगाने की मांग की. CBI ने कोर्ट को बताया कि दोनों आरोपी अभी ED की कस्टडी में हैं.