केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) दिल्ली में प्रदूषण स्तर को लेकर एक डेटा शेयर किया है. CPCB के अनुसार, आनंद विहार स्थित 82 फुट ऊंचे स्मॉग टावर ने 2021-22 के सर्दियों के मौसम में 100 मीटर के दायरे में पीएम 2.5 के प्रदूषण स्तर को 17 प्रतिशत तक कम कर दिया था. सीपीसीबी ने यह जानकारी एक आरटीआई के जवाब में दी.
200 मीटर की हवा के गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) के अर्बन लैब के सीनियर मैनेजर अविकल सोमवंशी कहते हैं कि इन आंकड़ों का कोई मतलब नहीं है. 82 फुट ऊंचे इस स्मॉग टावर ने 200 मीटर से अधिक हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं किया.
क्या है pm 2.5 के प्रदूषण स्तर के आंकड़ें
सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक स्मॉग टॉवर ने पिछले साल दिसंबर में पीएम 2.5 के प्रदूषण स्तर को 100 मीटर की दूरी पर 13 फीसदी, इस साल मार्च में 7 फीसदी और अप्रैल में 17 फीसदी तक कम कर दिया था. वहीं, नवंबर, जनवरी और फरवरी के लिए pm 2.5 के स्तर में 100 मीटर की कमी से संबंधित आंकड़े उपलब्ध नहीं थे. 50 मीटर के दायरे में नवंबर में pm 2.5 का प्रदूषण स्तर 39 फीसदी, दिसंबर में 24 फीसदी, जनवरी में 22 फीसदी, मार्च में 10 फीसदी और अप्रैल में 23 फीसदी घटा. फरवरी और मई के आंकड़े उपलब्ध नहीं थे.
pm10 के स्तर के आंकड़ें
वहीं, PM10 के स्तर (100 मीटर पर) में 27 प्रतिशत, मार्च में 16 प्रतिशत, अप्रैल में 23 प्रतिशत और मई में 15 प्रतिशत तक कमी दर्ज की गई. सीपीसीबी नवंबर, जनवरी और फरवरी के आंकड़े साझा नहीं कर सका. 50 मीटर की दूरी पर नवंबर में पीएम 10 की सघनता 50 फीसदी, दिसंबर में 41 फीसदी, जनवरी में 26 फीसदी, मार्च में 21 फीसदी, अप्रैल में 32 फीसदी और मई में 13 फीसदी कम हुई.
WHO और CPCB का क्या है मानक
सर्दियों के मौसम में आनंद विहार में pm10 आमतौर पर 200 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ऊपर होता है. सीपीसीबी मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है. डब्ल्यूएचओ मानक 15 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है. सीपीसीबी के मानक को पूरा करने के लिए 70 प्रतिशत और डब्ल्यूएचओ के मानदंडों को पूरा करने के लिए 90 प्रतिशत तक प्रदूषण के स्तर में कमी की आवश्यकता है.
सितंबर 2021 में स्थापित हुआ था स्मॉग टावर
2019 में, सुप्रीम कोर्ट ने आनंद विहार और कनॉट प्लेस में स्मॉग टॉवर स्थापित करने का निर्देश दिया था. टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने ये दोनों स्मॉग टावर बनाए. आईआईटी-बॉम्बे और आईआईटी-दिल्ली को अपने डेटा का विश्लेषण करने का काम सौंपा गया है. 13.59 करोड़ की लागत में आनंद विहार स्मॉग टॉवर सितंबर 2021 में स्थापित कर दिया गया था.