दिल्ली में एक बार फिर स्मॉग ने दस्तक दी है. सांस का आपातकाल एक बार फिर से देखने को मिल रहा है. 15 दिन पहले जब दिल्ली में लगातार स्मॉग के कारण दिक्कतें हुई थीं, तो स्कूल तक बंद कर दिए गए थे. लेकिन दिल्ली में स्मॉग के कारण अब शर्मिंदगी भी उठानी पड़ रही है.
भारत और श्रीलंका के बीच चल रहे टेस्ट मैच में रविवार को प्रदूषण के कारण श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने मास्क लगाकर मैच खेला. इसे लेकर मैच देखने आए लोगों का कहना था कि कल बेहद शर्मिंदा करने वाला मामला था. स्मॉग के कारण हम परेशानी तो झेल ही रहे हैं, अब विदेशों से आए मेहमानों के सामने भी शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है.
मैच देखने आए कुछ बच्चों का कहना था कि हम भी प्रदूषण के कारण मैच नहीं खेल पाते हैं. सांस लेने में दिक्कत होती है. ऐसे में हम अंदाजा लगा सकते हैं कि श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर क्या बीत रही होगी.
श्रीलंका के खिलाड़ियों ने नाटक किया!
एक ओर जहां कई लोग प्रदूषण को लेकर अपनी चिंता जता रहे थे, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग श्रीलंकाई खिलाड़ियों द्वारा खेल के दौरान मास्क पहनने को नाटक बता रहे थे. उनका कहना था कि लंकाई टीम चाहती थी कि किसी भी तरह मैच रुक जाए. मगर ऐसा हो नहीं सका.
विरेंद्र सहवाग ने भी श्रीलंका के खिलाड़ियों पर मास्क लगाकर खेलने को लेकर तंज कसा था. वहीं, दिल्ली में रहने वाले लोगों का कहना था कि हमें तो अब इस प्रदूषण की आदत हो गई है, लेकिन श्रीलंका में वातावरण कुछ अलग है. उन्हें इतनी जहरीली हवा की आदत नहीं. इसीलिए उन्हें दिक्कत हो रही होगी.
अक्षरधाम मंदिर हुआ अदृश्य
स्मॉग इतना ज्यादा है कि इसके कारण अक्षरधाम मंदिर दिखाई नहीं दे रहा है. विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है. तकरीबन 500 मीटर की दूरी पर ही वाहन दिखाई दे रहें है. मगर 500 मीटर के बाद कुछ भी नहीं दिखाई नहीं दे रहा है, जिससे कि हादसों का भी डर बड़ गया है. हाल ही में 15 दिन पहले स्मॉग के कारण गाड़ियां नहीं दिखाई दे रही थीं और कई हादसे भी हो गए थे.
कुल मिलाकर अब सरकार को कोई ना कोई रास्ता निकालना होगा, जिससे प्रदूषण को रोका जा सके.