लोकसभा चुनावों से ठीक पहले एक बार फिर आम आदमी पार्टी और दिल्ली पुलिस आमने- सामने है. लेकिन इस बार मामला अलग है. दरअसल, बीते कुछ महीनों में दिल्ली के लोगों के मोबाइल नंबर पर अलग- अलग कॉल सेंटर से फोन आने शुरू हुए थे. फोन करने वाले शख्स ने दिल्ली के लोगों के मोबाइल नंबर पर फोन कर कहा कि हम आम आदमी पार्टी की तरफ से बोल रहे हैं. आपका नाम वोटर लिस्ट से कट गया है. 13 फरवरी, 2019 को दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज FIR में ऐसी बातें कही गई हैं.
शिकायतकर्ता का कहना है कि मुझे 27 जनवरी को फोन आया जिसमें फोन करने वाले शख्स ने बोला कि वो आम आदमी पार्टी के दफ्तर से बोल रहा है. उसकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वोटर लिस्ट चेक किया है और यह पता चला है कि बीजेपी के लोगों ने मेरा नाम और मेरी भाभी का नाम वोटर लिस्ट से हटवा दिया है. आम आदमी पार्टी के लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर इसे ठीक करवा रहे हैं.
शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि इस बात को सुनकर मुझे बहुत गुस्सा आया कि मेरा नाम वोटर लिस्ट से कैसे हट सकता है. मैंने सोचा की चुनाव आयोग जाकर हंगामा कर दूं, पर फिर मैंने सोचा चुनाव आयोग की बेबसाइट पर जाकर वोटर लिस्ट चेक कर लूं, जब मैंने चेक किया तो मेरा और मेरी भाभी का नाम वोटर लिस्ट में था. आम आदमी पार्टी के लोग पब्लिक को भड़काने और भ्रमित करने का काम कर रहे हैं. इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाए.
दिल्ली में अब तक करीब 50 से ज्यादा लोग ऐसी शिकायतें दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग से कर चुके हैं. सभी शिकायतकर्ताओं के मुताबिक उन्हें ऐसे ही फोन आ रहे हैं और फोन करने वाले लोग खुद को आम आदमी पार्टी से जुड़ा बता रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली एनसीआर और मुंबई में AAP पार्टी ने कई कॉल सेंटर रेंट पर लिए जहां अपने कार्यकर्ताओं को सैलरी देकर यह काम करवाया जा रहा है. जिन कॉल सेंटरों को रेंट पर लिया गया उन कॉल सेंटर ने अपना स्पेस, सर्वर और कॉल करने के लिए नंबर इन लोगों को मुहैया कराया है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह की AAP ने दिल्ली के लोगों का जो डाटा कॉल सेंटर को दिया वो उनके पास कहां से आया.
आपको बता दें कि ये वो कॉल सेंटर है जहां से दिल्ली के लोगों के पास फोन आने शुरू हुए है- लाइव डिजीटल D5 सेक्टर 58 नोएडा, इनसाइड कस्टमर साल्यूशन सेक्टर 2 नोएडा, कॉल 2 कनेक्ट C 28, सेक्टर 58, मलाड वेस्ट मुम्बई, अंश वेंचर NSEZ फेज 2 नोएडा,मिलेनियम बिजनेस पार्क महापी नवी मुम्बई, जॉब फ़ॉर यू सेक्टर 2 नोएडा, ISR PVT साहिबाबाद.
इस मामले में FIR दर्ज होने के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तफ्तीश शुरू की है. सबसे पहले चुनाव आयोग से उन लोगों की जानकारी मांगी जो अब तक शिकायतकर्ता के तौर पर सामने आए है. वहीं, आधा दर्जन से ज्यादा कॉल सेंटर के प्रमुखों से पूछताछ की जा चुकी है कि उन्हें जो डाटा मिला वो किसने दिया और कब से सिलसिला जारी था.
इस कारवाई के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस पर हमला बोल दिया और पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए. पार्टी के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने अपनी सफाई दी और कहा कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रान्च ने मतदाता सूचियों के बारे में फर्जी कॉल की शिकायत के आधार पर एक केस दर्ज किया, जिसकी जांच चल रही है. दिल्ली पुलिस का कहना है की हमने चुनाव आयोग को सारी जानकारी दे दी है.
किसी भी कॉल सेंटर के मालिक का हमारी जांच टीम ने उत्पीड़न नहीं किया है. जांच कानून के अनुसार सख्ती से की जा रही है और तथ्यों का पता लगाया जा रहा है. बता दें कि दिल्ली एनसीआर और मुम्बई में जिन जिन कॉल सेंटर से यह कॉल की जा रही थी, उन कॉल सेंटर से एग्रीमेंट आप के लोकसभा उम्मीदवार पंकज गुप्ता ने किया था.