
बिपरजॉय तूफान तबाही और बर्बादी बरसाते हुए राजस्थान की तरफ बढ़ चला है. राजस्थान के कई इलाकों में आज जबरदस्त बारिश का अनुमान है. लेकिन राजस्थान से आ रही हवाओं से बिपरजॉय का असर दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. कई दिनों से भीषण गर्मी से जूझ रही राष्ट्रीय राजधानी को चक्रवात बिपरजॉय के चलते तेज बारिश और हवा के झोंकों ने राहत दिलाई. हालांकि बारिश के बाद ह्यूमिडिटी में भी बढ़त दर्ज हुई.
दिल्ली में प्री-मानसून बारिश चक्रवात बिपारजॉय के प्रभाव में आई और इसके साथ ही उत्तर पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र पर पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो गया, जिससे शहर के कई इलाकों में बारिश देखी गई. ये असर अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा. बता दें कि 10 दिनों से अधिक समय तक अरब सागर में मंथन के बाद, बिपरजॉय ने गुरुवार को गुजरात में जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल किया.
कमजोर हो रहा चक्रवात बिपरजॉय लेकिन असर बाकी, आज इन इलाकों में तेज हवाएं और बारिश का रेड अलर्ट
दिल्ली में 19 जून तक बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में आज यानी 17 जून को आंधी और बारिश की संभावना है. इसके साथ ही आसमान में बादल छाए रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली के न्यूनतम तापमान में भी कमी दर्ज की जा सकती है. वहीं अगले दो दिन में अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की जाएगी. आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, दिल्ली में 19 जून तक आंधी और बारिश का अनुमान जताया गया है और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तक आ सकता है, जो पिछले दिनों 40 डिग्री के पास दर्ज किया जा रहा था.
मॉनसून से पहले दिल्ली में बारिश क्यों?
मौसम में आई तब्दीली पर आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली में चक्रवात, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान और दक्षिण हरियाणा के रास्ते अरब सागर से आने वाली नमी से भरी दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव में हल्की बारिश देखी गई. पिछले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में वृद्धि के साथ-साथ नम दक्षिण-पश्चिमी हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधियों को बढ़ावा देंगे.
दिल्ली में कब दस्तक देगा मॉनसून?
बता दें कि आईएमडी ने पिछले महीने उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य और सामान्य से नीचे मॉनसून की भविष्यवाणी की थी, जिसका मतलब है कि आने वाले दिनों में दिल्ली में शुष्क और गर्म दिन हो सकते हैं. जून में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य और सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया जाता है. आईएमडी ने कहा कि मॉनसून 1 जून की सामान्य तारीख के एक सप्ताह बाद 8 जून को केरल में भारतीय मुख्य भूमि पर पहुंचा है और अरब सागर में चक्रवात बिपारजॉय ने इसे और लेट कर दिया. हालांकि केरल पर मॉनसून की शुरुआत में देरी का मतलब जरूरी नहीं है कि उत्तर पश्चिम भारत में भी मॉनसून की शुरुआत में देरी हो.
आमतौर पर 27 जून तक दिल्ली में बारिश वाला सिस्टम पहुंच जाता है. वहीं, मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवात से प्रभावित हुआ मॉनसून 21 तारीख से साउथ इंडिया और ईस्ट इंडिया में आगे बढ़ेगा.