महिला से दुष्कर्म के मामले में दाती महाराज की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर इस केस की सीबीआई जांच की मांग की गई है. कोर्ट इस याचिका पर बुधवार को सुनवाई करेगा.
ये याचिका एनजीओ 'दिल्ली सिटीजन फोरम' की तरफ से दायर की गई है. याचिकाकर्ता का तर्क है कि दाती महाराज के फतेहपुर बेरी स्थित शनिधाम मंदिर में कई राजनेता और सरकारी अधिकारी जाते थे. ऐसे में यह लोग केस की जांच को प्रभावित कर सकते हैं.
याचिकाकर्ता का आरोप है कि मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच अब तक केस में कुछ ठोस सबूत नहीं जुटा पाई है. ऐसे में उन्हें आशंका है कि पुलिस दाती महाराज को बचाने का प्रयास कर रही है. इस मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध रही है, क्योंकि महिला द्वारा शिकायत करने के चार दिन बाद एफआईआर दर्ज की गई थी.
इससे पहले दिल्ली पुलिस कई बार दाती महाराज से घंटों पूछताछ कर चुकी है. साकेत कोर्ट ने भी बलात्कार के आरोपों से घिरे दाती महाराज के खिलाफ सर्च वारंट जारी कर दिया था. दरअसल जब से दाती महाराज पर उनकी एक शिष्या ने बलात्कार की FIR दर्ज कराई है तब से दाती महाराज की मुश्किलें बढ़ गई हैं. साकेत कोर्ट से सर्च वारंट जारी होने के बाद दिल्ली पुलिस दाती महाराज के आश्रम की तलाशी भी ले चुकी है.
काफी दिनों तक दाती दाती महाराज ने पुलिस के साथ भी लुका छिपी का खेल खेला. वो मीडिया को तो इंटरव्यू देता रहा लेकिन पुलिस के सामने बलात्कार जैसे संगीन आरोप लगने के बाद भी पेश नहीं हुआ. सर्च वारंट जारी होने के बाद दिल्ली पुलिस के सामने दाती पेश हुआ.
दाती महाराज पर उन्हीं की एक शिष्या ने 2 साल पहले बलात्कार करने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है. दिल्ली के फतेहपुर बेरी पुलिस स्टेशन में दाती महाराज पर धारा 376, 377, 354 और 34 के तहत केस दर्ज किया गया है. इस मामले में पुलिस ने पीड़िता के बयान भी कोर्ट में दर्ज करा दिए हैं.