स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर दिल्ली महिला आयोग की 13 दिन की महिला सुरक्षा पदयात्रा के दौरान सामने आने वाली जमीनी सच्चाई के बारे में बताया. कड़े शब्दों में लिखे गए पत्र में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति ने कहा कि पिछले 5 दिनों में वह जिस गली में गई हैं, वहां महिलाएं और लड़कियां घरों में अवैध शराब और ड्रग्स की बिक्री की शिकायत कर रही हैं. महिलाओं ने बताया कि यह सब पुलिस की मिली भगत से होता है.
महिला आयोग की अध्यक्ष ने लिखा कि बीट अफसर ड्रग्स और शराब बेंचने वालों से हफ्ता बसूली करते हैं और इस अवैध व्यापार की तरफ से मुंह फेर लेते हैं. उन्होंने शहर में बढ़ते अपराध के लिए ड्रग्स और शराब को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह नई सीमापुरी में छोटे-छोटे बच्चों से मिलीं जो खुलेआम नशा कर रहे थे. बच्चों ने बताया कि पहले उनको जबर्दस्ती नशा करवाया जाता है. वह छोटे बच्चे ड्रग्स खरीदने के लिए पैसे का इंतजाम करने के लिए अपराध करने लगते हैं.उन्होंने पत्र में जहांगीरपुरी और भलस्वा डेरी का उदाहरण दिया जिन मामलों में उन्होंने थानों के एसएचओ को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों का पुलिस में विश्वास बहुत कम हो गया है, क्योंकि उनको लगता है कि पुलिस ही शराब और ड्रग्स बेंचने वालों से मिलकर इस अवैध व्यापार को बढ़ावा दे रही है. भलस्वा डेरी और जहांगीरपुरी में आयोग की अध्यक्ष ने एसएचओ से कहा कि वह 10 दिन में वापस लौट कर देखेंगी कि पुलिस ने लोगों की शिकायत पर क्या कार्रवाई की.
उन्होंने बताया कि सुल्तानपुरी में तीन मंजिला मकान में एक महिला को दिन दहाड़े शराब बेंचते हुए पकड़ा. उसके घर से शराब की सैकड़ों बोतलें पकड़ी गईं. उस महिला ने बताया कि वह शराब बेंचने के लिए पुलिस को हफ्ता देती है. पुलिस को मौके पर बुलाया गया और उस महिला को गिरफ्तार करवाया गया. इसी तरह से सुल्तानपुरी में 4 घरों से अवैध शराब बिकती हुई पकड़ी गई.
आयोग की अध्यक्ष ने दिल्ली में अवैध शराब के अड्डों को ख़त्म करने के लिए पुलिस आयुक्त से तुरंत सभी जिलों के पुलिस उपायुक्तों की एक उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने पुलिस आयुक्त से यह भी पता लगाने को कहा है कि हफ्ता बसूली के पैसे कैसे इकठ्ठा किए जाते हैं. उन्होंने दिल्ली पुलिस के आयुक्त से अपील करते हुए कहा कि वह अवैध शराब और ड्रग्स बेंचने वाले लोगों और उनसे मिले हुए पुलिस अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.