दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की निगरानी में शहर में तीन पार्कों और स्मारकों का पुनर्विकास करेगा. दिल्ली राजभवन ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी. बयान में कहा गया है कि अगले एक सप्ताह के भीतर डीडीए और एएसआई के बीच इसके लिए एमओयू साइन किया जाएगा.
दिल्ली राजभवन के बयान में कहा गया है, 'राष्ट्रीय राजधानी को सिटी ऑफ हेरिटेज में बदलने के दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के प्रयासों के अनुरूप, डीडीए अपनी लागत पर एएसआई की समग्र निगरानी में महरौली आर्कियोलॉजिकल पार्क, संजय वन और शालीमार बाग के संरक्षण, कायाकल्प और पुनर्विकास का काम करेगा'.
इसमें कहा गया है कि डीडीए के स्वामित्व वाले तीन पार्कों में कई एएसआई-संरक्षित स्मारक हैं, जो अब तक उपेक्षा की स्थिति में पड़े थे. बयान में कहा गया है कि ड्राइंग, प्लानिंग और संसाधन जुटाने सहित बुनियादी काम पहले ही शुरू हो चुके हैं. केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने दिल्ली चलो, घाटा मस्जिद, उर्दू अकादमी और लाल किले के पीछे सद्भावना पार्क को कायाकल्प और पुनर्विकास के लिए डीडीए को सौंप दिया है.
दिल्ली एलजी ने केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी को लिखे अपने पत्र में शहर में महरौली आर्कियोलॉजिकल पार्क, सेंट जेम्स चर्च और कुदासिया घाट-वासुदेव घाट का जीर्णोद्धार करने में डीडीए द्वारा किए गए अच्छे काम का हवाला देते हुए ऐसी साइटों को सौंपने का अनुरोध किया था. महरौली आर्कियोलॉजिकल पार्क के जीर्णोद्धार में डीडीए द्वारा किए गए सराहनीय कार्य को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने एलजी विनय सक्सेना के अनुरोध को स्वीकार कर लिया.