पार्टी की पीएसी से निकाले जाने व राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफे लेकर छिड़े विवाद के बीच अब योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को आम आदमी पार्टी से निकालने की तैयारी है. यह खबर पार्टी के सूत्रों के हवाले से आई है.
AAP की पीएसी में योगेन्द्र-प्रशांत का इस्तीफा मंजूर, नहीं हटेंगे केजरीवाल
28 मार्च को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दो प्रस्ताव रखे जाने की संभावना है. एक प्रस्ताव प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बर्खास्त करने के संबंध में होगा. वहीं, दूसरे में इन दोनों नेताओं को पार्टी से निष्काषित करने का जिक्र होगा.
अरविंद केजरीवाल के समर्थक नेताओं का आरोप है कि योगेंद्र और प्रशांत बार-बार पार्टी के संयोजक के खिलाफ साजिश रच रहे थे. इसके अलावा दिल्ली चुनाव में पार्टी की हार सुनिश्चित करने का काम कर रहे थे. ये दोनों ही गतिविधियां पार्टी विरोधी हैं. ऐसे में इन्हें पार्टी से हटाया जाए. बैठक में सबूत के तौर पर कई ईमेल और ऑडियो रिकॉर्डिंग को भी रखा जाएगा.
गौरतलब है कि गुरुवार को योगेंद्र और केजरीवाल खेमे के बीच सुलह की कोशिशें पूरी तरह से फेल हो गईं. पार्टी सूत्र बताते हैं कि ऐसी परिस्थिति में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के साथ काम करना लगभग असंभव है. पार्टी को जो नुकसान होना था वो पहले ही हो चुका है. अब इस समस्या का स्थाई समाधान करने की जरूरत है.
आज तक को मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार को होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कुल 350 सदस्य हिस्सा लेंगे. इस बैठक में योगेंद्र और प्रशांत पर फैसला लिया जाएगा. फिलहाल केजरीवाल खेमा मजबूत स्थिति है. आंकड़ों की बात करें तो करीब 240 सदस्य पूरी तरह से अरविंद केजरीवाल के पक्ष में हैं.
इसके अलावा पार्टी के सीनियर नेताओं का मानना है कि जब बात केजरीवाल के संयोजक बने रहने और प्रशांत व योगेंद्र के पार्टी में बने रहने के बीच उठेगी तो ज्यादातर सदस्य केजरीवाल का समर्थन करेंगे.