दिल्ली के कारोबारी और नेता दीपक भारद्वाज मर्डर केस में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस के मुताबिक महंत प्रतिभानंद इस हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड नहीं है बल्कि वो कोई और है.
पुलिस की माने तो महंत प्रतिभानंद और दीपक भारद्वाज के बीच कोई जान पहचान नहीं थी. इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए प्रतिभानंद को 5 से 6 करोड़ की सुपारी दी गई थी. अगर पुलिस की ये जानकारी सही है तो फिर ये भारत में हत्या के लिए दी गई अबतक की सबसे बड़ी सुपारी है.
जानकारी सामने आ रही है कि आश्रम को खरीदने के लिए खुद प्रतिभानंद को करीब 2 से 3 करोड़ रुपयों की जरुरत थी. महंत प्रतिभानंद के बारे में जानकारी देने के लिए पुलिस के पास पटना और बैंगलोर से 3 फोन कॉल आए थे.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हरिद्वार में दो बार दीपक भारद्वाज की हत्या की पहले भी कोशिश हुई थी. ये भी जानकारी सामने आई है कि इस हत्याकांड को पूरा करने के पीछे दीपक भारद्वाज के किसी खास जानकार आदमी का हाथ हो सकता है जो मास्टरमाइंड तक दीपक भारद्वाज की हर एक बारीक जानकारी पहुंचाता था.
फिलहाल पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हथियार की तलाश तेज कर दी है. इसी सिलसिले में झज्झर में जवाहर लाल नेहरू कैनाल का पानी रोक दिया गया है.