दिल्ली के द्वारका इलाके में 1 करोड़ से ज्यादा की लूट के मामले में 2 लुटेरों की गिरफ्तारी हुई है. दिल्ली पुलिस ने इन लुटेरों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि कैश वैन में ड्राइवर और गनर को बंधक बनाकर लुटेरों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस के मुताबिक कैश वैन का ड्राइवर भी लुटेरों के साथ साजिश में शामिल था. पुलिस ने लुटेरों के पास से लूट के 55 लाख रुपये भी बरामद किए हैं.
SIPL की प्राइवेट कंपनी बैंकों के एटीएम में कैश डालने का काम करती है. गुरूवार को दोपहर भी कंपनी की वैन द्वारका के सेक्टर एक में एटीएम में कैश डालने के लिए आई थी. वैन पर मौजूद दो लोग कैश लेकर एटीएम में डालने गए जबकि ड्राइवर और गनमैन गाड़ी के पास ही मौजूद थे.
उस वैन में और भी कैश मौजूद था. जब दोनों लोग ATM में कैश डालकर वैन के पास वापस पहुंचे तो उनको गाड़ी नहीं मिली. एटीएम में कैश डालने गए लोगों ने अपनी कंपनी को फोन करके इसकी जानकारी दी तो तलाश शुरू हुई. कुछ देर बाद सेक्टर 11 इलाके में कैश वैन मिल गई. उसके ड्राइवर और गनमैन भी इलाके में जख्मी हालत में मिले.
पुलिस ने किया गिरोह का पर्दाफाश
इससे पहले हाल ही में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया जो पहले तो ओला कैब ड्राइवर को लूटते थे फिर उसकी लूटी हुई कार से और सवारियों को बैठाकर उनसे भी लूट की वारदात को अंजाम देते थे. जानकारी के मुताबिक, इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश तब हुआ जब इन लोगों ने 1 नवबंर को इसी तरह के लूट की वारदात को अंजाम दिया. लूट के बाद पटपड़गंज थाने में एक पीड़ित ड्राइवर ने लूट की वारदात को लेकर रिपोर्ट लिखवाई. जिसके बाद से पुलिस इस गिरोह की तलाश में जुटी थी.
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित ड्राइवर ने बताया कि 1 नवबंर की शाम को कुछ लोगों ने आनंद विहार से एक ओला कैब बुक की. उसके बाद उन लोगों ने उस ड्राइवर को एक नशीला पदार्थ पिला उसको एक फ्लैट में बंधक बना दिया. इन बदमाशों ने पीड़ित ओला ड्राइवर की कार और ओला रजिस्टर्ड मोबाइल का इस्तेमाल लूट के लिए किया.