दिल्ली के नंदनगरी इलाके में नाबालिग छात्रा से गैंगरेप का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि पीड़िता मानसिक रोगी है और उसका इलाज चल रहा है. दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर तीन दरिदों ने नाबालिग छात्रा को अगवा करके बंधक बनाया और रात भर उसे हवस का शिकार बनाया. पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
नंदनगरी इलाके में एक नाबालिग मानसिक रोगी छात्रा को उस वक्त अगवा कर लिया गया जब वह जीटीबी अस्पताल से वापस अपने घर लौट रही थी. तीन ऑटो चालकों ने लड़की को दिल्ली-यूपी बॉर्डर के करीब स्थित एक पार्किंग में ले जाकर उसके साथ कमरे में बारी-बारी से बलाकार किया. और उसे सड़क पर फैंक दिया गया.
किसी तरह इस बीमार पीड़िता की मदद एक राहगीर ने की और उसके परिजनों को खबर की. नंदनगरी थाना पुलिस ने रेप और अपहरण की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी सलीम उर्फ नकटा अभी भी फरार है. साथ ही कमरे का बाहर से ताला बंद करके इन तीनों की मदद करने वाला एक चौकीदार, जिसे नेपाली बताया जा रहा है, वह भी कमरे का ताला मारकर मौके से फरार है.
13 साल की मासूम लड़की एक 8वीं क्लास की छात्रा है. लड़की के मुताबिक बुधवार की शाम को वह जीटीबी अस्पताल से अपने सबोली स्थित घर के लिए निकली थी. उसे शाम करीब साढ़े सात बजे सड़क पर जा रही कुछ बदमाशों ने जबरन ऑटो में खींच लिया और उसे पार्किंग के एक कमरे में ले गए. वहां उसे बंधक बना दिया. और सलीम, सोनू, रेहान ने बारी-बारी से उसके साथ रेप किया.
पार्किंग के मालिक साजिद ने कहा, 'हम लोगों ने ही दो आरोपियों को पकड़ने में पुलिस की मदद की है. लड़की के साथ गलत काम तीन ऑटो चालकों ने किया है. सलीम नाम का युवक सुन्दर नगरी का रहने वाला है और वह फरार है.
वारदात के बाद से पीड़िता का पूरा परिवार सदमे में है. पीड़िता का परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है.