अगर आप टैक्सी से यात्रा करते हैं, तब इस बात पर जरूर गौर करें कि राष्ट्रीय राजधानी में तीन में से दो टैक्सी चालकों की नजर कमजोर है, जबकि इनमें से 49 प्रतिशत दृष्टि में सुधार के किसी साधन के बिना वाहन चलाते हैं. इससे शहर की सड़कों पर यात्रा असुरक्षित बन गई है. यह बात एक सर्वेक्षण में सामने आई है.
सर्वेक्षण के अनुसार दुनिया में पांच में से एक टैक्सी चालक की पूर्ण दृष्टि क्षमता नहीं है. दिल्ली का अनुपात इस लिहाज से खराब है, जहां तीन में दो टैक्सी चालकों में ऐसी कमी पाई गई है. इस संबंध में मुंबई के टैक्सी चालकों की स्थिति दिल्ली की तुलना में कही अच्छी है.
इपसोस मार्केट क्वेट और आंखों के लेंस बनाने वाली इसिलोर की ओर से 19 देशों के 21 शहरों में यह सर्वेक्षण कराया गया है. दिल्ली में चश्मा पहनने वाले टैक्सी चालकों में दो तिहाई ने काफी लंबे समय से अपनी आंखों की जांच नहीं कराई है.