देश की राजधानी दिल्ली में सिर्फ 50 दिनों में 500 बच्चे गायब हो चुके हैं. चौंकाने वाली बात तो ये है कि दिल्ली से अगवा ज्यादातर बच्चों से बच्चा चोर गिरोह भीख मंगवाता है. हैरानी की बात तो यह है कि ये आंकड़ा 1 जनवरी से 20 फरवरी के बीच का है, जब पूरी दिल्ली से पांच सौ से ज्यादा बच्चे लापता हो चुके हैं. इनमें से ज्यादातर बच्चों के बारे में पुलिस के पास अब तक कोई सुराग नहीं है. लेकिन हाल ही में दिल्ली के खजूरी खास इलाके से गायब दो बच्चों को पुलिस ने बारमद कर लिया और जो सच सामने आया वो बेहद डराने और चौंकाने वाला है.
खजूरी खास से 25 दिसंबर 2013 को गायब हुए बच्चों के सुराग तलाशती हुई पुलिस जब गाजियाबाद के विजय नगर पहुंची, तो वहां उसे दो साल का मासूम बच्चा भीख मांगता हुआ मिला. इस बच्चे को दो भाइयों ने अगवा किया था. पुलिस ने इन दोनों भाइयों को पकड़ लिया और इनके गैंग का भंडाफोड़ कर दिया. लेकिन इसके बाद जो सच सामने आया वो और भी ज्यादा डराने वाला है.
2 साल का वो मासूम करीब ढाई महीने तक बच्चा चोर गिरोह के चंगुल में रहा और दिल्ली पुलिस की मशक्कत के बाद गाजियाबाद के विजय नगर से बच्चा चोर गिरोह की गिरफ्त से छुड़ाया गया. दो साल के उस बच्चे को उत्तर-पश्चिम दिल्ली के सोनिया विहार इलाके से उस वक्त अगवा किया गया जब वो अपनी 12 साल की बहन के साथ खेल रहा था. उस वक्त इसकी मासी और मां दोनों काम पर गई हुई थीं.
बच्चों के अगवा होने की खबर उसी दिन शाम को उस वक्त चली जब बच्चों की मां और मासी घर वापस लौटे. पहले तो घरवालों ने आसपास की गलियों में उन्हें ढूंढा, लेकिन जब दोनों बच्चों का पता नहीं चला तो फिर खजूरी पुलिस थाने में उन्होंने बच्चों के अपहरण की एफआईआर दर्ज करा दी.
बच्चा चोर गैंग उन्हें अगवा करने के बाद गाजियाबाद ले गया. जहां इसकी बड़ी बहन से शाहदरा में भीख मंगवाई जा रही थी जबकि उसके दो साल के छोटे भाई को गोद में लेकर महिलाएं विजय नगर इलाके में भीख मांग रही थीं. लेकिन इन बच्चों के घरवाले लगातार उनकी खोज में लगे हुए थे.
बच्चों के अगवा होने के करीब ढाई महीने बाद घरवालों को पता चला कि बच्चों से गाजियाबाद के विजय नगर में भीख मंगवाई जा रही है. इसके बाद घरवालों ने पुलिस को खबर दी और पुलिस ने परिवारवालों की निशानदेही पर रेड कर पहले दो साल के बच्चे को बरामद कर लिया. पुलिस ने उसी वक्त वहां से दो सगे भाइयों सचिन और राहुल को भी गिरफ्तार कर लिया था. बाद में पूछताछ में दोनों ने बड़ी लड़की के बारे में भी बता दिया. इसके बाद पुलिस ने इस बच्चे की बड़ी बहन को भी शाहदरा से बरामद कर लिया.
खजूरी खास पुलिस ने जिन दो सगे भाइयों को गाजियाबाद के विजय नगर इलाके से गिरफ्तार किया उन दोनों ने जो सच्चाई पुलिस के सामने बयान की वो बेहद डराने वाली है. हालांकि दिल्ली पुलिस अब तक ये दावा करती रही है कि दिल्ली में कोई भी ऐसा गैंग नहीं है जो बच्चों को चुराकर भीख मंगवाता हो, लेकिन सचिन और राकेश की गिरफ्तारी और दो बच्चों की बरामदगी ने पुलिस की बात को झूठा साबित कर दिया है.
अगर एक नजर इस साल 1 जनवरी से 20 फरवरी तक के दिल्ली से अगवा बच्चों के आंकड़ों पर डालें तो पता चलेगा कि तस्वीर बहुत डराने वाली है. इसमें सबसे ज्यादा बच्चे बाहरी दिल्ली से लापता हुए हैं.
रेलवे स्टेशन से गायब बच्चे- 81
पूर्वी जिला- 50
नई दिल्ली से- 02
उत्तरी दिल्ली- 09
उत्तर पश्चिम दिल्ली- 40
दक्षिण दिल्ली- 32
दक्षिण पूर्वी दिल्ली- 52
दक्षिण पश्चिम दिल्ली- 49
पश्चिमी दिल्ली- 62
बाहरी दिल्ली- 110
हैरानी की बात ये है कि इनमें से कुछ बच्चे तो वापस आ गए या बरामद हो गए, जबकि ज्यादातर बच्चे अब भी गायब हैं. सवाल ये है कि ये सैंकड़ों बच्चे कहां हैं. किस हाल में हैं और इन बच्चों की तलाश में पुलिस क्या कदम उठा रही है.