दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव के लिए आपका वोट मांगने जल्द ही आपके घर आ सकते हैं. इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के सभी नेता और हजारों कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने के लिए सड़कों और गलियों में नजर आने लगेंगे.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद इस कैंपेन की शुरुआत 21 अक्टूबर को अपने विधानसभा क्षेत्र नई दिल्ली से करेंगे. इसके तहत वह घर-घर जाकर लोगों से लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को वोट और चंदा देने की अपील करेंगे.
इस अभियान में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सभी मंत्री, सभी सांसद, लोकसभा प्रभारी, सभी विधायक, सभी पार्षद, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे. ये सभी घर-घर जाकर वोट मांगेंगे. साथ ही चंदा देने की भी अपील करेंगे.
'आप' कार्यकर्ता मांगेंगे चंदा
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लोग अब घर-घर जाकर अनुरोध करेंगे कि चाहे 100 रुपये, 1000 रुपये या 10,000 रुपये जितना भी दे सकें, हर महीने इस राष्ट्र निर्माण के काम में जरूर योगदान करें. इस तरह से रविवार से आम आदमी पार्टी के सभी नेता और हजारों कार्यकर्ता दिल्ली भर में सड़कों और गलियों में वोट मांगते नजर आने लगेंगे.
इस कैंपेन के माध्यम से दिल्ली में भाजपा के सातों सांसदों की पोल खोलते हुए लोगों को ये समझाया जाएगा कि दिल्ली की सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी को जिताना क्यों जरूरी है. इससे दिल्ली के लोगों को क्या-क्या फायदे होंगे. पार्टी कार्यकर्ता हर दरवाजे पर जाकर लोगों से संवाद स्थापित करेंगे और उन्हें बताएंगे कि 2014 में आपने दिल्ली से भाजपा के सात सांसद चुनें.
2015 में आपने दिल्ली में केजरीवाल को वोट देकर मुख्यमंत्री बनाया. इनमें किसने आपके लिए काम किया? केजरीवाल ने या 7 सांसदों ने? आम आदमी पार्टी सरकार के शानदार कामकाज का उल्लेख करते हुए कार्यकर्ता घर-घर जाकर बताएंगे कि केजरीवाल ने आपकी बिजली सस्ती की. पानी मुफ्त किया. सरकारी स्कूल ठीक किए. प्राइवेट स्कूलों की फ़ीस नहीं बढ़ने दी. बढ़ियां मोहल्ला क्लीनिक बनाए, दवा और इलाज फ्री किया.
साथ ही जनता के बीच ये सवाल भी छोड़कर आएंगे कि भाजपा के सातों सांसदों ने क्या किया? कोई एक भी अच्छा काम किया हो तो बता दीजिए? खुद तो ये लोग कभी जनता के बीच गए नहीं, उलटे अरविंद केजरीवाल के सारे अच्छे कामों में अड़चन लगाई. ये तो अरविंद केजरीवाल ही थे जिन्होंने इनसे लड़-लड़ के ये सारे काम करवा लिए. सोचिये इनकी जगह अगर आम आदमी पार्टी के सातों सांसद होते तो केजरीवाल ये सारे काम 10 गुना स्पीड से कर पाते.
दरअसल, आम आदमी पार्टी इस चुनावी कैंपेन के जरिए दिल्ली सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने की तैयारी में है. पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर बताएंगे कि अभी तक हमारी सरकार ने साढ़े तीन साल में लगभग 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए.
अगर दूसरी पार्टियों की तरह आम आदमी पार्टी भी सभी ठेकेदारों को कह देती कि 1 प्रतिशत पार्टी फंड में जमा कराना है तो पार्टी के पास 2,000 करोड़ रुपये इकट्ठा हो जाते. लेकिन आम आदमी पार्टी ने ऐसा नहीं किया. एक भी पैसे की बेईमानी नहीं की.