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AAP ने MCD में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप, बीजेपी-कांग्रेस को घेरा

आम आदमी पार्टी ने 2017 में होने वाले एमसीडी चुनाव को ध्यान में रखते हुए सियासत तेज़ कर दी है. आम आदमी पार्टी ने एमसीडी पर अवैध पार्किंग और पार्किंग के नाम पर वसूली करने का आरोप लगाया है.

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आम आदमी पार्टी का बीजेपी, कांग्रेस पर निशाना
आम आदमी पार्टी का बीजेपी, कांग्रेस पर निशाना

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आम आदमी पार्टी ने 2017 में होने वाले एमसीडी चुनाव को ध्यान में रखते हुए सियासत तेज़ कर दी है. आम आदमी पार्टी ने एमसीडी पर अवैध पार्किंग और पार्किंग के नाम पर वसूली करने का आरोप लगाया है. मंगलवार को लक्ष्मीनगर से 'आप' विधायक नितिन त्यागी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि निगम में सत्ताधारी बीजेपी नेता और विपक्ष में मौजूद कांग्रेस नेताओं के करीबी अवैध पार्किंग के धंधे में शामिल हैं.

'आप' विधायक नितिन त्यागी ने बताया कि "स्कूटर-बाइक के लिए जहां 5 से 7 रुपए पहले से तय है, वहां पार्किंग माफ़िया 10 से 12 रुपए की वसूली कर रहे हैं. इसके अलावा कार के लिए जहां 10 रुपए प्रति 10 घंटे के लिए तय है, वहां पार्किंग माफ़ियाओं ने 20 रुपए प्रति एक घंटे के हिसाब से वसूली कर रहे हैं. इन पार्किंग माफ़ियाओं की तरफ़ से मासिक पास के लिए 2500 से 3000 रुपए तक की अवैध वसूली की जाती है जबकि इसके लिए अधिकृत राशि 500 रुपए से 1000 रुपए तक ही है."

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आम आदमी पार्टी के मुताबिक त्यौहार नज़दीक हैं ऐसे में दिल्ली के बड़े बड़े बाज़ारों में पार्किंग को लेकर मारामारी रहती है. इसी बात का फायदा उठाकर पार्किंग माफ़िया लोगों से जबरन वसूली करते हैं और आम लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. पीडब्ल्यूडी की सड़क पर सिंगल लेन के नाम पर डबल लेन पार्किंग की जाती है, जिससे सड़कों पर जाम लगता है और ट्रैफिक की समस्या भी बढ़ रही है. एमसीडी के पास मल्टीलेवल पार्किंग बनाने की कोई योजना नहीं है.

'आप' प्रवक्ता रिचा पांडे मिश्रा ने बयान जारी करते हुए कहा कि "भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और इन पार्किंग माफ़ियाओं ने पूरी दिल्ली को पार्किंग लॉट बना कर रखा है, जहां थोड़ी सी जगह भी पैदल चलने वालों के लिए नहीं छोड़ी है और इतना ही नहीं पार्किंग शुल्क के तौर पर अधिकृत राशि से तीन से चार गुना वसूली कर रहे हैं तो फिर वो पैसा कहां उपयोग में लाया जा रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं कि ये सारा पैसा पार्किंग माफ़ियाओं और बड़ी-बड़ी गाड़ियां और बड़े-बड़े बंगले रखने वाले भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों की जेब में जा रहा हो? दिल्ली के लोग यह जानना चाहते हैं कि अवैध तरीक़े से पार्किंग शुल्क के नाम पर उनसे जबरन वसूल किया जा रहा यह पैसा कहां और किसकी जेब में जा रहा है?"

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